चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
गाजियाबाद के थाना साइबर क्राइम ने क्रिप्टो ट्रेडिंग के नाम पर ठगी करने वाले एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी का नाम अमित ककड़िया रणछोड़भाई है, जो गुजरात के राजकोट का निवासी है। इससे पहले भी इस गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया जा चुका है और उन्हें जेल भेजा गया है।
पुलिस के अनुसार, आरोपी अमित और उसके मामा देवराज भाई पंसुरिया ने मिलकर थर्माकोल पैकिंग कारखाना, राजकोट में काम किया। अमित ने अपने साथी हीरेन रोकड़ उर्फ रामू के साथ मिलकर एक फर्जी क्रिप्टो करेंसी ट्रेडिंग पोर्टल बनाया। इसके माध्यम से उन्होंने गाजियाबाद के एक व्यक्ति को प्रलोभित किया और उससे फर्जी ट्रेडिंग के माध्यम से कुल 1 करोड़ 37 लाख रुपये ठग लिए। ये रुपये विभिन्न बैंक खातों में जमा कराए गए थे।
पुलिस ने 29 जुलाई को इस गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया था, जिनसे 8 लाख रुपये बरामद हुए थे। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक ई-रिक्शा चलाता है, दूसरा चार्जिंग स्टेशन पर काम करता है, और तीसरा ओडिशा से नोएडा के फिल्म सिटी आया था। इन आरोपियों ने 25 अप्रैल को पीड़ित संजय कटियार से 1 करोड़ 37 लाख रुपये ठगने का अपराध किया था।
संजय कटियार ने 1 मई को थाना साइबर क्राइम में मामला दर्ज करवाया था। जांच में पता चला कि आरोपियों ने व्हाट्सएप पर एक फर्जी क्रिप्टो ट्रेडिंग वेबसाइट बनाई थी और पीड़ित को अत्यधिक मुनाफा कमाने का भरोसा दिलाया था। उन्होंने एक फर्जी फर्म बना कर उसके नाम पर करंट बैंक अकाउंट खोला और फर्जी तरीके से सिम लेकर व्हाट्सएप और टेलीग्राम आईडी बनाई। इसके बाद पीड़ित को फर्जी क्रिप्टो ट्रेडिंग पोर्टल पर लालच दिया और विभिन्न बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर करवा लिए।
इस गैंग के सदस्य फर्जी क्रिप्टो ट्रेडिंग से 21 राज्यों में 250 घटनाओं में कुल 5 करोड़ रुपये से अधिक का साइबर फ्रॉड कर चुके हैं। लखनऊ के जितेन्द्र विश्वकर्मा, रिचा वर्मा और सौरभ सिंह पटेल जैसे लोगों के साथ भी उन्होंने बड़ी रकम का साइबर फ्रॉड किया है। पुलिस अब इस मामले की गहन जांच कर रही है और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयासरत है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."