चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
बागपत। सीबीएसई बोर्ड परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद बागपत-बड़ौत में तीन दर्दनाक मामले सामने आए। परीक्षा में फेल होने के बाद तनाव में आए तीन छात्रों ने खुदकुशी कर ली। 10वीं और 12वीं के दो छात्रों ने फांसी लगाकर जान दे दी वहीं, 12वीं के एक छात्र ने सल्फास खा लिया। लाडलों की मौत से तीन परिवारों में कोहराम मच गया।
दिव्यांग मां-बाप का इकलौता बेटा था लक्ष्य पहली घटना बड़ौत कोतवाली क्षेत्र के गांव बड़ोली में हुई। 12वीं के परिणाम में अनुत्तीर्ण होने पर लक्ष्य पुत्र पवन ने सोमवार को परिजनों के डर से घर जाकर बिना किसी को बताए कमरे में फांसी लगा ली। परिजनों ने उसे मेरठ के निजी अस्पताल में भर्ती कराया, मगर उसे बचाया नहीं जा सका। मृतक छात्र के माता-पिता दोनों दिव्यांग हैं, और चल-फिर भी नहीं सकते।
लोहे के गाटर से लटका मिला सागर अग्रवाल
मंडी टटीरी निवासी 15 वर्षीय कक्षा10 का छात्र सागर मंगलवार दोपहर घेर में पशुओं को चारा डालने गया था, लेकिन वापस नहीं लौटा। परिजन घेर में पहुंचे, तो सागर लोहे के गाटर पर कपड़े से लटका मिला। परिजन ने लोगों की मदद से छात्र को फांसी के फंदे से नीचे उतारा। जब तक छात्र की मृत्यु हो चुकी थी।
आयुष ने खाया सल्फास
तीसरी घटना में सीबीएसई परीक्षा में12वीं का परिणाम देख बड़ौत के छात्र आयुष तालियान पुत्र राजेंद्र ने सल्फास निगल लिया। इलाज के दौरान मेरठ के एक अस्पताल में छात्र ने दम तोड़ दिया।
Author: samachar
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