दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
राजस्थान की गैंगस्टर अनुराधा चौधरी उर्फ ‘मैडम मिंज’ और हरियाणा के गैंगस्टर संदीप उर्फ काला जठेड़ी की मंगलवार को पुलिस के कड़े पहरे में राजधानी दिल्ली के मटियाला द्वारका स्थित संतोष गार्डन बैंक्वेट हॉल में शादी हो गई। अपराध की दुनिया में कदम रखकर कुख्यात हुई इस जोड़ी की शादी के लिए विवाह स्थल पर हाईप्रोफाइल वीआईपी आगमन जैसी भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। इस दौरान पूरे आयोजन स्थल को छावनी में तब्दील कर दिया गया था।
सुबह 10 से शाम 4 बजे तक होगा पूरा समारोह
शादी आज मंगलवार की सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे के बीच हुई। इसके लिए काला जठेड़ी को छह घंटे के लिए कस्टडी पैरोल मिला हुआ था। इस शादी में दूल्हा-दुल्हन के अलावा दोनों पक्षों से करीब डेढ़ से दो सौ लोग शामिल हुए। जबकि शादी में सुरक्षा-व्यवस्था के लिए 200 से 250 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई थी।
कार्यक्रम स्थल के आसपास छावनी जैसी सुरक्षा
इंडियन एक्सप्रेस ने पुलिस सूत्रों के हवाले से बताया कि कार्यक्रम स्थल और उसके आसपास कई यूनिट्स में 150-200 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था। इनमें स्वाट (SWAT) की तीसरी बटालियन, विशेष सेल और जिला पुलिस सहित कई अन्य यूनिट्स के सुरक्षाकर्मी शामिल रहे।
सूत्रों ने बताया कि एक दिन बाद 13 मार्च को सोनीपत में होने वाले गृह प्रवेश समारोह के लिए भी गैंगस्टर काला जठेड़ी को छह घंटे का कस्टडी पैरोल दिया गया है। इसके लिए जैसे ही वह हरियाणा की सीमा में पहुंचेगा, उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी हरियाणा पुलिस के जवान संभालेंगे। उसके बाद वह मंडोली जेल जाएगा। दिल्ली जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जेल प्रशासन ने अदालत के आदेश की जानकारी दिल्ली पुलिस को दे दी है।
दिल्ली पुलिस की तीसरी बटालियन समारोहों के लिए पैरोल अवधि के दौरान उसको एस्कार्ट करेगी और सुरक्षा देगी।
काला जठेड़ी की कानूनी टीम के मुताबिक, शादी में करीब 150-200 लोग शामिल होने की संभावना जताई गई थी। ‘मैडम डॉन’ अनुराधा की ओर से उनकी बहन और भाई मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि मेहमानों की सूची काला जठेड़ी के परिवार ने तय की थी। उसको डीसीपी द्वारका के साथ साझा किया गया था।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि आयोजन स्थल पर हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म भी लगाया गया था, जो जयमाला के लिए जोड़े को जमीन से ऊपर उठाए। बैंक्वेट हॉल में सजावट के लिए “गोल्डन थीम” भी की गई थी।
जठेड़ी उर्फ संदीप झांझरिया का जन्म एक किसान परिवार में हुआ था। एक युवा के रूप में उसे कुश्ती पसंद थी। उसका सपना सेना में शामिल होने का था। हालांकि वह छोटी उम्र से ही छोटे-मोटे अपराधों में शामिल हो गया। 2004 में पहली बार जेल गया। बाद में उसके अपराध हत्या और जबरन वसूली तक बढ़ गए।
जठेड़ी 2012 में एक पुलिस वाहन पर हमला करने और तीन लोगों की हत्या करने और राइफलें चुराने के बाद फिर से जेल में पहुंच गया। जनवरी 2020 में भोंडसी जेल में बंद रहने के दौरान उसके बचपन के दोस्त राजू बसोदी के माध्यम से उसका परिचय गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और संपत नेहरा से हुआ।
सूत्रों ने बताया कि उन्होंने उसके जेल से भागने की योजना बनाई – अगले महीने, जठेड़ी एक गोलीबारी के बाद फरीदाबाद में हिरासत से भाग गया था।
Author: samachar
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