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November 1, 2024 10:07 pm

इस्लाम के बारे में कुछ बोला होता तो खोपडी तश्तरी में होती…उबलते हुए भाजपा विधायक ने स्वामी जी को पढिए और क्या बोला

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इरफान अली लारी की रिपोर्ट

बस्ती: 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर जहां अयोध्या में जोर-जोर से तैयारी चल रही है। वहीं बस्ती में भी भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम को लेकर लोगों में खासा उत्साह है। वहीं इस बीच हर्रैया के विधायक अजय सिंह ने स्वामी प्रसाद के हिंदू विरोधी बयान पर पलटवार किया।

विधायक अजय सिंह ने आड़े उन्हें हाथों लेते हुए कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य विक्षिप्त हो गए हैं। अखिलेश यादव ने हिन्दू धर्म को नीचा दिखाने के लिए उनको पार्टी ने रखा है।अगर यही बयान वह इस्लाम धर्म के खिलाफ देते तो हफ्ते भर के अंदर उनकी खोपड़ी तस्तरी मे मिली होती।

21 किलोमीटर की निकाली यात्रा

हर्रैया के विधायक अजय सिंह ने मखधाम मकोड़ा से रामरेखा तक 21 किलोमीटर की पैदल यात्रा निकालकर यह संदेश देने का प्रयास किया। असल में मुख्य रूप से भगवान राम का कनेक्शन बस्ती से है क्योंकि जब राजा दशरथ को संतान प्राप्ति नहीं हो रही थी तो उन्होंने अपनी तीनों रानियां सहित महर्षि वशिष्ठ के कहने पर मनोर नदी किनारे मकोड़ा में श्रृंगी ऋषि ने उत्कृष्टि यज्ञ कराया था। इसके बाद राजा दशरथ को राम लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न चार पुत्र रतन की प्राप्ति हुई थी इसलिए भगवान राम का मूल अगर कहीं समाहित है तो वह है बस्ती में है।

श्रीराम अवतरण कॉरिडोर की मिली हरी झंडी

विधायक अजय सिंह ने कहा कि स्थान की महत्ता को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी ने भी मखौड़ा से एक भव्य श्रीराम अवतरण कॉरिडोर बनाने की हरी झंडी मिल गयी है। जिस तरह से बाकी धर्म का अपना एक स्थान है इस तरह हिंदू धर्म का भी अयोध्या एक पावन स्थान है जिसमें आप जाकर भगवान राम टेंट से निकलकर अपने घर में जा रहे हैं।

‘भगवान का आमंत्रण ठुकराने वालों को अंजाम भुगतना पड़ेगा’

इसी प्रशांत को लेकर यह यात्रा निकाली गई है जिसमें 22 तारीख को भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।

विपक्ष पर राम आमंत्रण पत्र ठुकराने के सवाल पर उन्होंने कहा कि विपक्ष अपने ही पाले में सिर्फ गोल कर रही है जिसका खामियाजा आने वाले 2024 में उन्हें निश्चित रूप से भुगतना पड़ेगा। 

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."