चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के मेडिकल कॉलेज से एक बार फिर मरीजों की खरीद-फरोख्त का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यह कोई नई घटना नहीं है, इससे पहले भी यहां इस तरह के कई मामले उजागर हो चुके हैं। ताजा मामले में, मेडिकल कॉलेज के गेट पर तीन दबंग महिलाओं ने एक युवक की जमकर पिटाई की। थप्पड़ और चप्पल से युवक की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें युवक को बचाने वाला कोई नहीं दिखा।
महिलाओं ने सरेआम की युवक की पिटाई
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में हरदोई की तीन महिलाएं—सोनी, स्नेहलता और विनीता—मेडिकल कॉलेज के गेट पर नितिन यादव नाम के युवक की बेरहमी से पिटाई करती नजर आ रही हैं। वीडियो में महिलाएं युवक का कॉलर पकड़कर उसे थप्पड़ मारती हैं, जबकि एक अन्य महिला चप्पल से हमला करती है। तीसरी महिला बीच-बीच में युवक का कॉलर खींचती नजर आती है। युवक खुद को बचाने और रहम की भीख मांगने की कोशिश करता रहा, लेकिन महिलाएं लगातार उस पर हमला करती रहीं।
घटना के दौरान तमाशबीन बने लोग वीडियो बनाते रहे, लेकिन किसी ने उसे बचाने की कोशिश नहीं की। बताया जा रहा है कि महिलाएं युवक पर अपने खाते में पैसे ट्रांसफर करवाने का दबाव डाल रही थीं।
पैसों के लेन-देन से जुड़ा विवाद
मामला सिर्फ मारपीट का नहीं, बल्कि मरीजों की खरीद-फरोख्त के संगठित रैकेट से जुड़ा हुआ है। सूत्रों के अनुसार, मेडिकल कॉलेज के गेट पर यह विवाद पैसों के लेन-देन को लेकर हुआ। महिलाएं और युवक दोनों इस रैकेट का हिस्सा बताए जा रहे हैं।
हरदोई मेडिकल कॉलेज के कैंपस में प्राइवेट अस्पतालों और नर्सिंग होम्स के एजेंट सक्रिय हैं, जो मरीजों और उनके परिजनों को बेहतर इलाज का झांसा देकर निजी अस्पतालों में ले जाते हैं। इसके बदले इन एजेंटों को प्राइवेट अस्पतालों से मोटी रकम दी जाती है। बताया जा रहा है कि पिटाई करने वाली महिलाएं भी इसी नेक्सस से जुड़ी हैं।
मेडिकल कॉलेज प्रशासन की प्रतिक्रिया
मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल जेबी गोगोई ने मरीजों की खरीद-फरोख्त की पुष्टि करते हुए कहा कि महिला और पुरुष अस्पताल के सीएमएस को लिखित निर्देश जारी कर दिए गए हैं। उन्होंने इस मामले में सख्ती बरतने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
हरदोई के सीओ सिटी अंकित मिश्रा ने बताया कि घटना के बाद तीनों महिलाओं को हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
मरीजों की खरीद-फरोख्त का गोरखधंधा
हरदोई मेडिकल कॉलेज के बाहर मरीजों की खरीद-फरोख्त का संगठित खेल चल रहा है। इसमें प्राइवेट एंबुलेंस चालक और एजेंट मिलकर काम करते हैं। जैसे ही कोई मरीज या उनके परिजन इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज पहुंचते हैं, ये एजेंट उन्हें झांसा देकर प्राइवेट अस्पतालों में ले जाते हैं। इसके बदले प्राइवेट नर्सिंग होम्स इन्हें अच्छी-खासी रकम देते हैं।
आशा बहुएं भी शामिल
जांच में यह भी सामने आया है कि इस गोरखधंधे में आशा बहुएं भी शामिल हैं। ये बहुएं लालच में आकर मरीजों को निजी अस्पतालों में भेजने का काम करती हैं। इन घटनाओं के कारण कई बार मरीजों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है।
प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग
हरदोई के मेडिकल कॉलेज में इस तरह की घटनाएं गंभीर चिंता का विषय बन गई हैं। मरीजों और उनके परिजनों की सुरक्षा के लिए जिला प्रशासन को इस पूरे रैकेट पर सख्ती से कार्रवाई करनी होगी। यह जरूरी है कि मेडिकल कॉलेज को बाहरी हस्तक्षेप से मुक्त रखा जाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी सजा दी जाए।