ट्रक पर बना दिया 200 लोगों की क्षमता वाला सभी सुविधा उपलब्ध मैरिज हाल; वीडियो ? देखिए
राज कपूर : वो जोकर, वो आवारा, वो महानायक, एक कलाकार, एक युग, एक विरासत
166 पाठकों ने अब तक पढाप्रदीप सरदाना सौ बरस पहले 14 दिसंबर 1924 को जब पेशावर में राज कपूर का जन्म हुआ, तब शायद ही
भारत के “रतन”, “टाटा” कह गए ; 86 साल की उम्र में मुंबई के अस्पताल में निधन
62 पाठकों ने अब तक पढाटिक्कू आपचे की रिपोर्ट टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा का बुधवार को मुंबई के एक अस्पताल में निधन
मेहदी हसन: ग़ज़ल के शहंशाह की यादें…..चले भी आओ कि गुलशन का कारोबार चले…
53 पाठकों ने अब तक पढा-बल्लभ लखेश्री यूं तो यह गजल फैज अहमद फैज ने लिखी है मगर हममें से अधिकांश लोग जब भी इस
4 शादियां और 2 फिल्में, 1 मूवी ने रचा इतिहास, अनोखी है इस डायरेक्टर की कहानी
56 पाठकों ने अब तक पढाअनिल अनूप की खास रिपोर्ट के. आसिफ, जिनका पूरा नाम करीमुद्दीन आसिफ था, भारतीय सिनेमा के इतिहास में एक महत्वपूर्ण
सारी सीमाओं से बाहर दमकते “माणक” की दिव्य गाथा जो इतिहास में सगर्व कायम रहेगी
44 पाठकों ने अब तक पढाबल्लभ लखेश्री की खास रिपोर्ट देश में ऐसे अनगिनत पुरोधा हुए जिन्होंने बाह्य एवं आंतरिक दोनों मोर्चों पर अपनी हूंकार
एक बार उन्होंने कहा “खोल दो”… और फिर “ठंडा गोश्त” रखकर “काली सलवार” छोड़ गए… सबसे अलग थे “सआदत हसीन मंटो “
65 पाठकों ने अब तक पढाअनिल अनूप की खास प्रस्तुति सआदत हसन मंटो एक ऐसे लेखक थे जिनके काम ने उन्हें विवादों में फँसाया था,
एक यादगार साक्षात्कार : “राहत इंदौरी” का वो अंदाजे बयां, जो पेशानी पर लिखवाना चाहता था “हिन्दोस्तां”!
49 पाठकों ने अब तक पढा–अनिल अनूप { कमबख़्त दिल भी क्या चीज़ है जो मचलता हुआ ही अच्छा लगता है। उसका ठहरना गज़ब ढहा
डकैतों ने घेर लिया था पंडित नेहरू को… ये तो सच्चाई है लेकिन 5 वो झूठ का सच जो नेहरू जी के बारे में खूब कुप्रचारित किया जाता रहा है…
58 पाठकों ने अब तक पढादुर्गेश्वर राय की खास रिपोर्ट देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का निधन 27 मई 1964 को हुआ था।
13 रुपए चोरी कर यूपी से भागे मुंबई, फिल्मों में काम करने का जुनून कैसे पूरा किया फनों के इस बादशाह ने..?
46 पाठकों ने अब तक पढादुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट उत्तर प्रदेश के बिजनौर से जब एक छोटा बालक नाना की तिजोरी से 13 रुपये
ये कनपुरिया “हरामी” कौन है… . आप नही जानते हैं तो आज ये जान लीजिए कि, सबको हंसाने वाला यह “अद्भुत हरामी” अब दुनिया में नहीं है…
118 पाठकों ने अब तक पढाचुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट बात यदि कनपुरिया भाषा में की जाए तो कानपुर का हरामीपना शब्द बहुत ही चर्चित है।