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November 23, 2024 8:51 am

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जल जीवन मिशन योजना चढ़ रही भ्रष्टाचार की भेंट, प्रोजेक्ट हेड फर्जीवाड़ा करते हुए कर रहा बड़ा खेल..

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संजय सिंह राणा की रिपोर्ट

चित्रकूट। जल जीवन मिशन योजना अंतर्गत कराए जा रहे कार्यों में प्रोजेक्ट हेड जितेंद्र तिवारी की मनमानी खूब देखने को मिल रही है जो अपने चहेते ठेकेदारों/वेंडरों के नाम पर फर्जी तरीके से भुगतान कर सरकारी धन का बंदरबाट करते हुए नजर आ रहा है l

चित्रकूट जिले के कर्वी तहसील व राजापुर तहसील की ग्राम पंचायतों में कराए जा रहे डब्ल्यू टी पी, सी डब्ल्यू आर, स्टॉफ क्वार्टर, पंप हाउस, टंकी निर्माण, गार्ड रूम, पाइप लाइन व रोड़ रेस्टोरेंट आदि कार्यों में अपने चहेते ठेकेदारों/वेंडरों के नाम पर करोड़ों रुपए मजदूरी भुगतान प्रति माह कर रहा है ज़िले के निर्माण कार्यों में मजदूर कम ही कार्य करते हैं लेकिन कम्पनी को ज्यादा मजदूरों की डेली प्रगति रिपोर्ट भेजकर मनमाने तरीके मजदूरी भुगतान किया जा रहा है निर्माण कार्यों में कार्य करने वाले श्रमिकों की मजदूरी कम्पनी प्रति मजदूर 1050 से लेकर 12सौ व 14सौ रुपए देती है लेकिन यहां पर श्रमिकों के साथ छलावा करते हुए 400रुपए से लेकर 600रूपए तक ही मजदूरी भुगतान किया जाता है l

ज़िले के कर्वी व राजापुर तहसील की ग्राम पंचायतों में जल जीवन मिशन योजना अंतर्गत कराए जा रहे डब्ल्यू टी पी निर्माण कार्य, इंटेक वेल निर्माण कार्य, सी डब्ल्यू आर निर्माण कार्य, पम्प हाउस निर्माण कार्य, टंकी निर्माण कार्य व पाइप लाइन कार्य व हाउस कनेक्शन के नाम पर बड़ा खेल किया जा रहा है l

प्रोजेक्ट हेड जितेंद्र तिवारी, अजय शर्मा व दीपचंद सक्सेना की मिलीभगत से अपने चहेते ठेकेदारों /वेंडरों को मनमाने तरीके से कार्य दिया जा रहा है व अन्य ठेकेदारों का मनमाने तरीके से शोषण किया जा रहा है प्रोजेक्ट हेड जितेंद्र तिवारी, अजय शर्मा व दीपचंद सक्सेना की मनमानी के चलते कई ठेकेदारों का भुगतान नहीं किया गया है व इन ठेकेदारों/ वेंडरों का इतना शोषण किया गया है कि भुगतान नहीं होने के चलते यह ठेकेदार बीच में ही कार्य छोड़कर जाने को मजबूर हो गए हैं l

चित्रकूट जिले के कर्वी व राजापुर तहसील में जल जीवन मिशन योजना अंतर्गत कार्य कराने वाली कई फर्में प्रोजेक्ट हेड जितेंद्र तिवारी की मनमानी का शिकार बनी हैं जिसमें अंश इंफ्रा, नैफ इंफ्रा, साईं कंट्रक्सन, जय शिव कंट्रक्सन, एल टी एम डेवलोपर, एस बी एस कंट्रक्सन, साक्षी इंफ्रा, धनराज इंफ्राटेक, नन्द राम अवतार प्रा लि, संध्या देवी, अशफाक अहमद, बी पी एस कंट्रक्शन, डी के कंट्रक्शन व अंसारी कंट्रक्शन आदि कई फर्में है जिनका भुगतान नहीं किया गया है व इनको इतना मजबूर कर दिया गया है कि यह फर्में बिना भुगतान के ही वापस लौट गई हैं और उन्हीं कार्यों का अपने चहेते ठेकेदारों/ वेंडरों के नाम पर नया रजिस्टर कर भुगतान कर दिया गया है जबकि अभी भी कई जगहों पर पैसा नहीं होने के चलते आधा अधूरा कार्य छोड़कर वेंडर चले गए हैं l

अंश इंफ्रा के द्वारा कराए जा रहे डब्ल्यू टी वी पूरे कैंपस का कार्य इंजीनियर गोविंद की देखरेख में कराया जा रहा था लेकिन प्रोजेक्ट हेड जितेंद्र तिवारी की दबंगई के चलते उसका कार्य बंद करा दिया गया व जितेंद्र तिवारी दल बल के साथ साइड पर श्रमिकों को डरा धमकाकर भगाया गया और फिर इंजीनियर गोविंद को सामान सहित बाउंड्री वॉल से बाहर फेंकवा दिया गया था और कई असलहा धारियों को लगाकर अंदर घुसने नहीं दिया गया था और इंजीनियर गोविंद की मोटर साइकिल को जितेंद्र तिवारी के सहयोगियों द्वारा राजापुर थाने में बन्द करा दी गई थी जबकि मोटर साइकिल के सारे जरुरी कागज़ात मौजूद थे l

वहीं सूत्रों के अनुसार पता चला कि कि जल जीवन मिशन योजना की कार्यदाई संस्था एल एंड टी कम्पनी द्वारा भेजे गए सीमेंट, सरिया व जी आई पाइप आदि सामान स्टोर रूम में भेजा जाता है व इनमें से ज्यादातर सामान को अन्य कंपनियों को बेचने का काम किया जा रहा है जिसमें प्रोजेक्ट हेड जितेंद्र तिवारी, अजय शर्मा व दीपचंद सक्सेना की मिलीभगत शामिल है l

जल जीवन मिशन योजना के प्रोजेक्ट हेड जितेंद्र तिवारी, अजय शर्मा व दीपचंद सक्सेना सहित कई अन्य सहयोगी भी जल जीवन मिशन योजना में बड़ी धांधली कर रहे हैं व प्रोजेक्ट हेड जितेंद्र तिवारी राजनीतिक संरक्षण का पूरा फ़ायदा उठा रहे हैं और सत्ताधारी दल के कई ऐसे नेता हैं जो जितेंद्र तिवारी से साठगांठ कर जल जीवन मिशन योजना में हो रही धांधली में हिस्सेदारी निभाते हुए नज़र आ रहे हैं l

जल जीवन मिशन योजना अंतर्गत लगभग 11सौ करोड़ रूपए से ज्यादा की लागत से चित्रकूट ज़िले के कर्वी व राजापुर तहसील की ग्राम पंचायतों में कार्य कराया जा रहा है l

जिसमें प्रोजेक्ट हेड जितेंद्र तिवारी द्वारा अपने चहेते ठेकेदारों/ वेंडरों के नाम पर रजिस्ट्रेशन कर करोड़ों रुपए की मजदूरी का फर्जीवाड़ा करते हुए भुगतान किया गया है l

पेयजल व्यवस्था के नाम पर पूर्ववर्ती बसपा सरकार में ग्राम समूह पेयजल योजना में करोड़ों रुपए का बंदरबाट किया गया था जिसमें आज़ भी जॉच के नाम पर बड़ा खेल किया जा रहा है l जल जीवन मिशन योजना में बड़ा फर्जीवाड़ा हो रहा है जिसके कारण जल जीवन मिशन योजना में बड़ा घोटाला होने की आशंका हो रही है l

सरकार द्वारा पेयजल व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए जल जीवन मिशन योजना अंतर्गत हर घर नल योजना की शुरुआत की गई है जिसके चलते लोगों को घरों में ही पानी की व्यवस्था उपलब्ध हो पायेगी लेकिन जल जीवन मिशन योजना की कार्यदाई संस्था एल एंड टी के चित्रकूट के कर्वी व राजापुर तहसील के प्रोजेक्ट हेड जितेंद्र तिवारी,अजय शर्मा व दीपचंद सक्सेना द्वारा पेयजल योजना के नाम पर बड़ा खेल खेला जा रहा है व मनमाने तरीके से सरकारी धन का बंदरबाट किया जा रहा है l

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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