चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
सिर्फ संदेह था और उसने ऐसी राक्षसी साजिश रची कि सुनकर रोएं खड़े हो जाते हैं। दिल्ली में एक स्विस लड़की नीना बर्जर की हत्या के बारे में जैसे-जैसे जानकारियां निकलकर बाहर आ रही हैं, बर्बरता की परत दर परत खुल रही हैं। आरोपी गुरप्रीत ने अपने कथित प्रेमिका को स्विट्जरलैंड से बुलाया ही था उसकी हत्या करने के लिए, लेकिन इतनी निर्दयता! पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में जो बातें सामने आई हैं, उन पर यकीन कर पाना आसान नहीं है। रिपोर्ट में पता चला है कि अपने कथित प्रेमी की साजिशों से बेखबर मासूम दम तोड़ने से पहले करीब आधे घंटे तक तड़पती रही। क्या आप यकीन कर पाएंगे, जिंदगी की जद्दोजहद करती लड़की की दुर्दशा देख राक्षस गुरप्रीत ठहाके लगाकर हंस रहा था। सोचिए, दरिंदगी का इससे बड़ा सबूत और क्या हो सकता है?
इतनी दरिंदगी! आखिर कोई इतना हैवान कैसे हो सकता है?
न्यूज वेबसाइट एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट की खबर दी है। इसमें कहा गया है कि नीना की हत्या गले में फंदा कसकर नहीं बल्कि प्लास्टिक बैग पहनाकर सांस रोकने से हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक, गुरप्रीत ने नीना को कार में बिठाया और फिर उसके सिर में प्लास्टिक बैग पहनाकर दबोच लिया। थोड़ी देर में ही ऑक्सिजन नहीं मिलने से नीना तड़पने लगी। उस वक्त नीना के हाथ, पैर और मुंह भी बंधे हुए थे। हैरानी की बात यह है कि नीना को तड़पता देख गुरप्रीत की खुशी का ठिकाना नहीं था। नीना जिंदगी के लिए जितना तड़प रही थी, गुरप्रीत उतना ही खुश हो रहा था। यह सिलसिला करीब 30 मिनट तक चला और आखिर में नीना ने दम तोड़ दिया। एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से लिखा, ‘नीना की आंखें बाहर निकल आईं जिसे देखकर गरुप्रीत गदगद हो उठा।’
बेवफाई के शक में कर दी हत्या, वो भी इतनी बर्बरता से!
गुरप्रीत ने नीना का शव ड्राइवर सीट के बगल वाली सीट पर रखा और खिड़कियों पर काला सनशेड्स लगा दिए ताकि कोई अंदर का माजरा समझ नहीं पाए। 20 अक्टूबर को नीना का शव तिलक नगर के एक सरकारी स्कूल के पास थैले में बंद मिला। पुलिस ने मामले की जांच की तो हत्या के तार गुरप्रीत से जुड़े। गिरफ्तारी के बाद गुरप्रीत ने अपने गुनाह कबूल कर लिए। उसने बताया कि उसका नीना के साथ प्रेम संबंध था। बाद में उसे संदेह हुआ कि नीना किसी दूसरे लड़के से भी प्रेम संबंध में है। गुरप्रीत ने इसे कथित बेवफाई का बदला लेने के लिए नीना को भारत बुलाया और उसकी हत्या कर दी।
नीना 11 अक्टूबर को भारत पहुंची थी। उसके कुछ दिन बाद ही गुरप्रीत ने यह योजना बनाई कि नीना का मारना कैसे है। प्लानिंग के तहत ही उसने फर्जी पहचान पर एक कार खरीदी। उसने हत्या के बाद नीना का शव कार में ही रखा, लेकिन जब बदबू आने लगी तो उसे ठिकाने लगाने की सोची। पुलिस ने सीसीटीवी में दिखी कार के रजिस्ट्रेशन नंबर से गुरुप्रीत का सुराग मिला। पुलिस ने गुरप्रीत को गिरफ्तार करके कार जब्त कर ली। गुरप्रीत के घर से 2.25 करोड़ रुपये भी मिले।
Author: samachar
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