आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट
‘बहन-बेटी से छेड़खानी की तो अगले चौराहे पर यमराज से होगी मुलाकात’…उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ये बयान उम्मीद जगाता है कि शायद आने वाला कल उत्तर प्रदेश में लड़कियों के लिए सुरक्षा लेकर आए, लेकिन जो हो गया उसे भूल पाना भी तो आसान नहीं है। कैसे एक पिता अपनी बेटी को भूल जाए? कैसे तीन भाई-बहन अपनी दीदी को याद न करें जो उनके लिए मां जैसी थी।
मनचलों ने उस बच्ची का दुपट्टा न खींचा होता तो…
कितने बड़े ख्वाब थे उस लड़की के जो पल भर में किसी की गंदी नीयत शिकार बन गई। वो 12वीं क्लास में थी। खूब मेहनत करके अगले साल मेडिकल की परीक्षा देना चाहती थी। डॉक्टर बनकर अपने पिता और भाई बहनों के सपनों को पूरा करना चाहती थी। हर रोज की तरह वो उस दिन भी अपने स्कूल के लिए निकली, लेकिन उसे नहीं पता था कि वो दिन उसकी जिंदगी का आखिरी दिन है।
और कितनी लड़कियां चढ़ेंगी छेड़खानी की बलि!
वो साइकिल से स्कूल जाती थी। उस दिन भी वो साइकल पर थी, तभी सड़क पर पहले से ही इंतजार कर रहे दो लड़कों ने उसके साथ बदतमीजी की। लड़कों ने उसका दुपट्टा खींच लिया। वो साइकिल से नीचे गिर गई। पीछे से एक एक बाइक आ रही थी। लड़की के एकदम गिरने की वजह से बाइक भी नहीं संभल पाई और लड़की के ऊपर से गुजर गई। देखते ही देखते लड़की खून से लथपथ हो गई। उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन बचाया नहीं जा सका।
काफी दिनों से लड़की को कर रहे थे परेशान
लड़की का दुपट्टा खींचने वाले ये तीनों लड़के शाहबाज, अरबाज और फैजल काफी दिनों से उसे परेशान कर रहे थे। अपनी अय्याशी के लिए इन तीनों ने एक भोली-भाली लड़की की जिंदगी को जहन्नुम बना दिया था। लड़की के परिवार ने करीब एक हफ्ते पहले पुलिस में इस मामले की शिकायत भी की थी, लेकिन पुलिस ने कोई कदम नहीं उठाया। कई दिन तक लड़की डर के मारे घर से बाहर भी नहीं निकली, लेकिन उसे क्या पता था कि जिस दिन वो बाहर जाएगी ये दरिंदे उसे नहीं छोड़ेंगे।
लड़की की मौत के बाद किया गया गिरफ्तार
अंबेडकरनगर में हुई इस घटना ने पूरे राज्य में हड़कंप मचा दिया। पुलिस की टीम शाहबाज, अरबाज और फैजल को गिरफ्तार करने निकली, लेकिन ये पुलिस से भी बचकर भागने लगे। पुलिस ने फायरिंग कर इन लड़कियों के पैरों में गोली मारी तब जाकर ये गिरफ्तार हुए। शाहबाज, अरबाज और फैसल तो गिरफ्तार हो गए, लेकिन ये तीनों अकेले नहीं है। ये दोनों सगे भाई हैं, इनके अलावा इनके कुछ और साथी भी लड़कियों से छेड़खानी करते हैं।
क्यों शिकायत के बाद भी यूपी पुलिस ने कुछ नहीं किया?
ये लड़के ग्रुप बनाकर इकट्ठा हो जाते हैं और फिर आती जाती लड़कियों पर फब्तियां कसते हैं, उन्हें छेड़ते हैं। लड़कियों के लिए उस इलाके में बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। 12वीं क्लास में पढ़ने वाली उस लड़की के साथ भी ये ऐसा ही कर रहे थे। लड़की और उसके परिवार ने पुलिस में रिपोर्ट भी लिखवाई, लेकिन पुलिस की लापरवाही देखिए लड़की की शिकायत पर गौर ही नहीं किया गया। काश अगर पुलिस वक्त रहते जाग गई होती तो आज वो लड़की जिंदा होती।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."