सुशील कुमार तिवारी की रिपोर्ट
धानेपुर, गोंडा। पंचायत में जनसुविधाओं के विकास कार्य हेतु आबंटित सरकारी धन बिना काम किए प्रधान द्वारा निकाले जाने का एक मामला दुलहापुर बनकट पंचायत का इन दिनों सुर्खियों में बना हुआ है। लाखों रुपए कैसे निकाल लिया गया और धरातल पर कोई काम नहीं ? यह सवाल जागरूक पंचायत की जनता को बेचैन किए है।
तहसील दिवस और चौपाल में पंचायत के लोगों द्वारा अधिकारी को शिकायत की गई। प्रधान द्वारा विगत 2021 में सरकारी कोष से पंचायत में इंटरलाकिंग, आरसीसी आदि कार्य के नाम पर लाखों रुपए कैसे निकाल लिया गया ? इस शिकायत पर भौकाल मचाने मुजेहना खंड विकास अधिकारी पंचायत पंहुचे और प्रधान के साथ उनके लगुओं भगुओं से मिलकर चुपचाप आए और खानापूर्ति करते हुए चले गए। शिकायतकर्ता को पता भी नहीं चला कि बीडीओ साहब कब आए, क्या देखा,क्या पाया और क्या समझा? किसी को भनक तक नहीं लगी। पुनः रविवार को आयोजित तहसील दिवस में जिलाधिकारी से ध्यान सिंह, राहुल सिंह और पंचायत के अन्य निवासियों ने मिलकर शिकायत की। शिकायतकर्ता की बातों पर ध्यान केंद्रित किया तो जिलाधिकारी को भी दाल में काला नहीं पूरी दाल ही काली नजर आई तो वहां उपस्थित खंड विकास अधिकारी पर बरस पड़ी और शाम तक विस्तार से जानकारी उपलब्ध कराने का आदेश दिया।
घबराए बीडीओ साहब की सांसें तेज हो गई तो शिकायतकर्ता से मान मनुहार करते नज़र आए। शिकायतकर्ता ने बताया कि बीडीओ ने उन्हें कहा कि, अखबारों में खबर मत छपवाओ’।
मुद्दे का सवाल है कि बीडीओ को निरीक्षण के दौरान शिकायतकर्ता और स्थानीय जनता से मिलने की जरुरत क्यों नहीं महसूस हुआ? बीडीओ ने जिस व्यक्ति के साथ फोटो खिंचाई और जांच पूरी होने जैसा बयान देकर दैनिक अखबार में खबर छपवाने की गरज क्यों पड़ी? आइए जानते हैं कुछ खास बातें –
बीडीओ जिस व्यक्ति के साथ फोटो में दिख रहे हैं उस व्यक्ति का नाम रविन्द्र कुमार सिंह उर्फ मिंटू है। इनके पिता राजबहादुर सिंह जो पंचायत के ईंट भट्टा RS के मालिक हैं। इस भट्टा की तमाम पीली ईंटों का प्रयोग पंचायत में चल रहे तमाम कार्यों में खुलकर किया जाता रहा है। क्या अब तक किसी अधिकारी को इन पीले ईंटों का दीदार पंचायत में चल रहे कार्य के निरीक्षण में नहीं हुआ? या इस पंचायत में किसी भी कार्य का कोई निरीक्षण नहीं किया गया! आखिर क्यों?
बीडीओ के साथ दिख रहा यह व्यक्ति अपने आप को प्रधान प्रतिनिधि कहता है। सवाल यह भी है कि प्रधान प्रतिनिधि का चयन किसकी अनुसंशा पर हुई है ? प्रधान के रहते आखिर क्यों यह व्यक्ति पंचायत के कार्यों में मुख्य भूमिका निभाया करता है ? पंचायत के लोगों को यह व्यक्ति अमूमन कहता है कि ‘मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। मेरा जो मन करेगा वही होगा।’ ऐसी बातें करने वाले इस व्यक्ति को आखिर कौन दे रहा है संरक्षण? यह व्यक्ति अब तक पंचायत के कार्यों में किस आधार पर मुख्य भूमिका में नजर आ रहा है! असल जांच का विषय यह है।
उदाहरण के लिए हम आपको दिखा रहे हैं कि पंचायत में इन पीले ईंटों का हो रहा है सरकारी काम में उपयोग। निरीक्षण के दौरान बीडीओ साहब ने इन ईंटों पर सवाल क्यों नहीं किया?
पंचायत में व्याप्त पर्याप्त कुव्यवस्थाओं की गहराई से जांच इसलिए आवश्यक है कि इस पंचायत में लूट खसोट का जमकर खेल पिछले सालों से खेला जा रहा है और अधिकारियों को पता नहीं चल पाया कि अधिकारियों ने जान बूझकर अनदेखा कर दिया?
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."