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November 2, 2024 6:01 am

प्यार, निकाह और फिर थर्ड डिग्री टॉर्चर….अंजू कहीं हसमत आरा न बन जाए  !!

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सीमा हैदर और अंजू के बाद एक ऐसी महिला की कहानी सामने आई है, जिसने प्यार किया और पाकिस्तान में शादी हुई। वहां की नागरिकता ले ली। फिर पाकिस्तान में जुल्म और प्रताड़ना सहते हुए पति को छोड़कर हिंदुस्तान आ गई। अपने बच्चों के साथ यहां आकर उसने फिर शादी की और बिना वीजा कई साल तक भारत में रहती रही। फिर उसे जेल जाना पड़ा।

दरअसल, ये कहानी लखनऊ में रहने वाली हसमत आरा नाम की उस महिला की है, जो कभी रायबरेली में रहती थी। मोहम्मद जाहिद की बेटी हसमत ने साल 1980 में पाकिस्तान के शाहनजीर आलम से निकाह किया और फिर पाकिस्तान में रहने लगी। हसमत आरा ने पाकिस्तान की नागरिकता ले ली। इसके बाद वह पूरी तरह से पाकिस्तानी हो चुकी थी। पाकिस्तान में शादी के बाद हसमत आरा के 4 बच्चे हुए, जिनमें दो बेटियां और दो बेटे हैं।

पाकिस्तान से आकर लखनऊ में कर लिया था दूसरा निकाह

अंजू को पाकिस्तान गए एक महीने का वक्त होने वाला है, लेकिन इस एक महीने में इतनी सारी कहानियां पाकिस्तान से सामने आई है कि तरह-तरह कयास लगने लगे हैं। पहले अंजू सिर्फ अपने दोस्त से मिलने की बात कर रही थी, लेकिन फिर उसने नसरुल्लाह से निकाह कर लिया। पहले एक महीना पाकिस्तान में रहने की बात की, लेकिन फिर खबर आई कि पाकिस्तान में उसका वीजा एक साल के लिए बढ़ा दिया गया। कभी वो इंडिया को याद करके गाने गाती है तो कभी इंडिया के लोगों को ही कोसने लगती है। आखिर अंजू के साथ चल क्या रहा है।

पाकिस्तान पहुंचकर अंजू कहीं हशमत आरा न बन जाए

अंजू की तरह ही कई सालों पहले एक और कहानी घटी थी। एक और लड़की अंजू की तरह ही पाकिस्तान में अपना प्यार पाने गई थी। अंजू की तरह ही प्यार की खातिर उसने अपना मुल्क छोड़ दिया था। अंजू से मिलती जुलती कहानी है हशमत आरा की, जो रायबरेली की रहने वाली थी। अच्छे परिवार से थी, पिता ने पढ़ाया लिखाया था, लेकिन प्यार की खातिर हशमत ने सब कुछ छोड़ने का फैसला किया। अंजू की तरह ही गैर मुल्क में किसी और से दिल लगा बैठी और पहुंच गई पाकिस्तान।

दर्द भरी है मुल्क छोड़कर गई हशमत की कहानी

1980 में पाकिस्तान में जाकर हशमत ने शाहनजीर आलम से निकाह किया। वो बेहद खुश थी अपने प्यार को पाकर, बिल्कुल वैसे ही जैसे आज अंजू है। उसने पाकिस्तान की नागरिकता भी ले ली। हशमत को लगा कि शाहनजीर के साथ वो जन्नत में है। दोनों की लव स्टोरी आगे बढ़ रही थी। कुछ ही सालों में दोनों के 4 बच्चे हुए, लेकिन अब प्यार की तस्वीर बदलने लगी थी।

प्यार-निकाह और फिर हुए अत्याचार

हशमत को शाहनजीर ने टॉर्चर करना शुरू कर दिया था। जिस प्यार के लिए भारत छोड़कर पाकिस्तान गई वही प्यार अब उसे यातनाएं देने लगा। पाकिस्तान में हशमत पर खूब टॉर्चर हुए। तंग आकर इस लड़की ने भारत वापस आने के लिए वीजा मांगा। वीजा मिल भी गया, लेकिन वीजा कोई नागरिकता तो है नहीं। हशमत को साल 1998 तक का वीजा मिला। वो वापस अपने मुल्क आई, लेकिन अब वो यहां की नागरिक नहीं थी, वीजा खत्म होते ही उसे वापस लौटना था, लेकिन पाकिस्तान में हुए जुल्मों की कहानी उसे वापस नहीं लौटने दे रही थी।

प्यार से शुरू कहानी जेल में जाकर हुई खत्म

वीजा खत्म हो चुका था, लेकिन हशमत वापस पाकिस्तान नहीं लौटी। उसने यहीं दूसरा निकाह कर लिया। उसके चारों बच्चे भी यहीं थे। चोरी छिपे पूरा परिवार लखनऊ में रह रहा था। अब करीब एक साल पहले हशमत का झूठ सामने आया है। 24 साल बाद पता चला कि पाकिस्तान की नागरिक बन चुकी हशमत अपने पाकिस्तानी बच्चों के साथ छुपकर यही रह रही है। हशमत आरा की सच्चाई सामने आने के बाद अब उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। हशमत अपनी आगे की जिंदगी जेल में बिताएगी। जिस प्यार की खातिर उसने देश को ही छोड़ दिया था आज उसी प्यार ने उसे जेल तक पहुंचा दिया है।

अंजू के लिए सबक हो सकती है हशमत की जिंदगी

अंजू के साथ अब तक ऐसा तो नहीं हुआ, लेकिन अभी तो अंजू और नसरुल्लाह के प्यार की शुरुआत है। हशमत की कहानी से अंजू को सीख तो लेनी ही चाहिए। कौन जाने आने वाला वक्त अंजू के लिए क्या लेकर आए।

फिलहाल तो अंजू वापस भारत लौटने की बात कर रही है। हालांकि उसका कहना है कि वो अपने नए पति नसरुल्लाह के साथ भारत आएगी और अपने बच्चों को अपने साथ लेकर जाएगी।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."