अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट
केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी से टमाटर पर सवाल पूछना टीवी एंकर के लिए भारी पड़ गया। केंद्रीय मंत्री ने टीवी एंकर को तिहाड़ जेल की याद दिला दी। केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी का यह इंटरव्यू का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। स्मृति इरानी एक टीवी कार्यक्रम में इंटरव्यू के लिए पहुंची थी। बातचीत के दौरान एक न्यूज चैनल के टीवी एंकर ने केंद्रीय मंत्री से टमाटर की बढ़ी हुई कीमतों से जुड़ा सवाल पूछ लिया। इस पर केंद्रीय मंत्री भड़क गईं।
‘क्या हुआ था जब आप जेल में थे’
टीवी एंकर ने केंद्रीय मंत्री से पूछा, ‘जब टमाटर 250-300 रुपये किलो हुआ तो आपके घर में भी बात होती थी टमाटर के बारे में’? इस सवाल को सुनते ही केंद्रीय मंत्री का रवैया बिल्कुल बदल गया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आप चीजों को ट्रिवीलाइज (महत्वहीन) करना चाह रहे हैं। इस पर टीवी एंकर ने कहा कि वह ऐसा नहीं कर रहे हैं? इस पर एंकर और केंद्रीय मंत्री में बहस बढ़ गई। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस पर मैं भी पूछ सकती हूं कि क्या हुआ जब आप जेल में थे।
जवाबदेही मोदी सरकार की डिक्शनरी में नहीं’
इस वीडियो के बात केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगीं। लोगों का कहना था कि जिम्मेदारी और जवाबदेही मोदी सरकार की डिक्शनरी में नहीं है। एक यूजर @Ajaykum55123310 ने लिखा कि इसमें जेल की बात कहा से आ गई, जो सवाल था उसका जवाब दो, टमाटर 200-250 रुपये हो गए पर बीजेपी अब भी अपने सवालों से भाग रही है? एक अन्य यूजर @shafqatali09 ने लिखा कि सिर्फ टमाटर के दाम पूछने पर भड़क गयी सोचो अगर सिलेंडर के बड़े हुए दामों पर पिछला आंदोलन याद दिलाता तो क्या होता।
टमाटर की कीमतों देशभर में आसमान पर पहुंच गई थीं। देश में टमाटर 200 से 300 रुपये किलो तक बिक रहा था। बारिश की वजह से टमाटर की फसल खराब होने और कम सप्लाई के कारण लोगों की थाली से टमाटर गायब हो गया था। ऐसे में सरकार की तरफ से कम कीमत पर टमाटर बेचने की भी पहल की गई थी।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."