इरफान अली लारी की रिपोर्ट
बिहार के अररिया में एक पत्रकार की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बताया गया कि वो अपने छोटे भाई के मर्डर केस में गवाह थे, इसलिए विरोधी खेमे ने उनको मौत के घाट उतार दिया। वहीं, बिहार के ही सिवान से दबंग सांसद रहे शहाबुद्दीन को तेजाब कांड में गवाही की वजह से सजा दिलाने में मदद मिली।
रानीगंज के प्रखंड पत्रकार विमल कुमार यादव मर्डर केस में पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। शुक्रवार की सुबह अंजाम दिए गए हत्याकांड में पुलिस ने चार नामजद आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। इसकी पुष्टि अररिया एसपी अशोक कुमार सिंह ने भी की है। गिरफ्तार किए गए आरोपितों में भरगामा थाना क्षेत्र के भरना गांव के रहने वाले विपिन यादव पिता -छेदी यादव, रानीगंज के बेलसरा के रहने वाले भवेश यादव पिता- लस्सी यादव, आशीष यादव पिता- देवानंद यादव, रानीगंज के कोशिकापुर के रहने वाले उमेश यादव पिता- स्व.तेजनारायण यादव हैं। इस बात की जानकारी अररिया एसपी अशोक कुमार सिंह ने दी। गिरफ्तार अपराधियों से पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है।
पत्रकार हत्याकांड के चार आरोपी गिरफ्तार
नामजद बनाए गए आरोपियों में दो पहले से ही न्यायिक अभिरक्षा में जेल में बंद है। जिसमें रानीगंज के बेलसरा के ही रुपेश यादव, पिता -उगेन यादव है, जो वर्तमान समय में सुपौल जेल में बंद है। जेल में बंद नामजद आरोपितों में रानीगंज के कोशिकापुर के ही क्रांति यादव पिता उमेश यादव है और वर्तमान समय में यह अररिया जेल में बंद है। इनमें से दो लोगों पर विमल कुमार यादव के भाई गब्बू यादव की हत्या का आरोप है।
रानीगंज प्रखंड में शुक्रवार की सुबह दैनिक जागरण के पत्रकार की हत्या के मामले पर विपक्ष ने घेराबंदी शुरू कर दी। इधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घटना को लेकर दुख जताया और अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए। वहीं, विपक्षी दल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी और लोजपा सुप्रीमो चिराग पासवान ने भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर चिंता जताई।
हमको बहुत दुख हुआ : मुख्यमंत्री नतीश कुमार
अररिया में पत्रकार की हत्या के मामले पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दुख जताया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में अधिकारियों से बात की है। उन्हें कार्रवाई का निर्देश दिया है।
नेशनल प्रेस यूनियन के पत्रकारों ने उप जिलाधिकारी भाटपार रानी, देवरिया उत्तर प्रदेश को दिया ज्ञापन
पत्रकार की हत्या चाहे जिस वजह से हुई लेकिन यह सर्वथा प्रशासन पर एक प्रश्नचिन्ह है ही साथ ही निंदनीय भी। प्रश्न एक राष्ट्रीय स्तर के दैनिक अखबार के आंचलिक पत्रकार के हत्या की हो और उसकी गूंज जगजाहिर ना हो ऐसा नहीं हो सकता। देश के विभिन्न राज्यों में पत्रकारों के बीच इसकी सुगबुगाहट शुरू हो गई है और पत्रकार आंदोलन के मूड में आते जा रहे हैं।
यूपी के देवरिया, भाटपार रानी तहसील मे नेशनल प्रेस यूनियन के पत्रकारों द्वारा उप जिला अधिकारी को पत्रक देकर यह मांग की गई कि सभी हत्यारों को यथाशीघ्र गिरफ्तारी और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष विपुल तिवारी, मोहित शुक्ला, अनिरुद्ध गुप्ता, इरफान अली, ऋषि भूषण द्विवेदी, कामेश वर्मा, प्रमोद गुप्ता, रामनाथ विद्रोही, रियाज अहमद, विनीत मिश्रा, सिद्धेश्वर तिवारी, दिव्यांशु मौर्य, शोएब अहमद, इत्यादि पत्रकार मौजूद रहे।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."