चुन्नीलाल प्रधान और ब्रजकिशोर सिंह की रिपोर्ट
गुरुग्राम: नूंह हिंसा के आरोपी बिट्टू बजरंगी को पुलिस ने फरीदाबाद से अरेस्ट कर लिया। बिट्टू बजरंगी की गिरफ्तारी का वीडियो भी सामने आया है। इसमें दिख रहा है कि बिट्टू को पकड़ने के लिए पुलिस को काफी भागादौड़ी करनी पड़ी। बिट्टू को तावडू क्राइम ब्रांच और साइबर क्राइम टीम ने उसके घर से अरेस्ट किया। उसके खिलाफ भड़काऊ बयान देने और सरकारी काम में बाधा डालने का आरोप है।
बिट्टू बजरंगी की गिरफ्तारी बिल्कुल फिल्मी स्टाइल में हुई। गिरफ्तारी के सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है कि फरीदाबाद में नूंह की क्राइम ब्रांच की टीम सादे कपड़े में हथियारों से लैस तीन गाड़ियों के काफिले में बिट्टू के घर पहुंची। टीम को देखकर बिट्टू भागने लगा। इसके बाद सभी पुलिसकर्मी भी बिट्टू के पीछे भागने लगे और भारी भरकम शरीर वाले बिट्टू को पकड़कर लाया गया।
गली में मची अफरातफरी
जहां बिट्टू बजरंगी की गिरफ्तारी हुई उस गली में पूरी अफरातफरी मच गई। सीसीटीवी फुटेज मेंलुंगी पहने बिट्टू बजरंगी पुलिसवालों के साथ दौड़ लगाता हुआ दिख रहा है।
पुलिस ने बताया कि बजरंगी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 148 (दंगा), 149 (गैरकानूनी सभा), 323 (चोट पहुंचाना), 353, 186 (लोक सेवक को कर्तव्य निर्वहन से रोकना), 395, 397 (सशस्त्र डकैती), 506 (आपराधिक धमकी) और शस्त्र अधिनियम के प्रावधान के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बिट्टू बजरंगी पर आरोप
अधिकारियों ने कहा कि अन्य लोगों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं और सोशल मीडिया पर भी नजर रखी जा रही है। भड़काऊ भाषण देने या भ्रामक खबरें फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि 31 जुलाई को मुस्लिम बहुल नूंह जिले में विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) की धार्मिक यात्रा के दौरान बजरंगी और उसके साथियों ने अवैध तरीके से हथियार लहराए थे।
कौन है बिट्टू बजरंगी
दरअसल, बिट्टू बजरंगी खुद को गौ रक्षा बजरंग फोर्स का राष्ट्रीय अध्यक्ष बता रहा है। कहा जा रहा है सोशल मीडिया अकाउंट पर बिट्टू ने भी ब्रजमंडल यात्रा शामिल होने की अपील की थी और हिंदुओं से जागने को कहा था। एक पोस्टर में उसने लिखा था, ‘दहशत बनाओ तो शेरों जैसी, वरना खाली डराना तो कुत्ते भी जानते हैं।’
वीडियो हुआ वायरल
बिट्टू बजरंगी का एक वीडियो भी वायरल हुआ जहां उसे लगातार पुलिस और यात्रा का विरोध कर रहे लोगों को चैलेंज करते हुए सुना गया और सीधे तौर पर उसने कहा कि वो और उसके साथी यात्रा में जरूर शामिल होंगे और कोई अगर रोक सकता है तो रोक कर दिखाए। नूंह की घटना के दौरान और उससे पहले बिट्टू बजरंगी का ये वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ।
बिट्टू बजरंगी ने दी सफाई
दूसरी तरफ बिट्टू बजरंगी ने हिंसा में किसी तरह से लिप्त होने की बात से इनकार किया है। बजरंगी ने कहा कि हर साल की तरह इस बार भी यात्रा शांतिपूर्वक चल रही थी। उस दिन के घटनाक्रम को लेकर उसने बताया कि, ‘मंदिर में पूजा के बाद हमने खाना खाया और कीर्तन हुई। जब हम लौटने वाले थे हमने देखा कि हमारे सामने कुछ बसों को जलाया जा रहा था। वहां पर पास में एक मस्जिद वहां महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंतित थे कि मणिपुर जैसी घटना ना हो।’
‘गए थे परिवार के साथ’
बिट्टू ने कहा, ‘यदि रैली में किसी के पास बंदूक थी तो उसका लाइसेंस था। तलवारें पूजा के लिए थीं। तलवारें हमले के लिए नहीं थी बल्कि इनका इस्तेमाल शादी विवाह के दौरान होता है। कुछ ही लोगों के पास तलवारे थीं। हम अपने परिवार के साथ गए थे। क्या हम किसी पर हमला करेंगे?’ सवाल ये है कि हरियाणा को दंगों की आग में झोंकने वाला कौन है, किसने दंगा करने के लिए उकसाया।
नूंह हिंसा में 6 की मौत
अधिकारी ने बताया कि हिंसा के दौरान बजरंगी और उसके सहयोगी हथियारों को हवा में लहरा रहे थे। एएसपी कुंडू ने हथियारों को जब्त कर लिया था, लेकिन उन्होंने पुलिस वाहन से हथियार छीन लिए और कथित तौर पर पुलिस को धमकी भी दी।
इससे पहले बजरंगी पर सोशल मीडिया पर भड़काऊ भाषण पोस्ट करने का आरोप लगा था।
नूंह में पिछले दिनों विश्व हिंदू परिषद की धार्मिक यात्रा को रोकने की कोशिश के दौरान झड़प हो गई थी। गुरुग्राम में झड़प की घटनाएं सामने आई। इस दौरान दो होम गार्ड और एक मौलवी सहित छह लोगों की मौत हो गई थी।
Author: samachar
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