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23 February 2025 4:54 pm

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शाइस्ता और गुड्डू मुस्लिम को मिला 30 दिन का वक्त ; हवा में गुम हो गए या जमीन ने निगल लिया इन भगोड़ों को ?

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

एक हाथ में डुगडुगी, दूसरे में नोटिस… उत्तर प्रदेश पुलिस की टीम जब शाइस्ता के घर पर पहुंची तो हलचल देखकर आसपास के लोगों को लगा कि कहीं शाइस्ता लौट तो नहीं आई।

करीब 4 महीना गुजर चुका है अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता को फरार हुए। बेटे का एनकाउंटर हो गया, पति का जनाजा निकल गया, लेकिन बेगम का कोई पता ही नहीं। शाइस्ता की कई जगह पर तलाश की जा चुकी है। कई बार रेड हो चुकी है, लेकिन पुलिस भी ये नहीं समझ पा रही कि शाइस्ता कहां अंडरग्राउंड हो चुकी है।

शाइस्ता और गुड्डू मुस्लिम के पास सिर्फ 30 दिन

अब आखिरकार उत्तर पुलिस का धैर्य ने भी जवाब दे ही दिया। 30 दिन के अंदर सरेंडर करो नहीं तो सबकुछ कुर्क हो जाएगा, ये नोटिस लगा दिया गया है शाइस्ता के घर के बाहर। सिर्फ शाइस्ता ही नहीं अतीक अहमद एक बेहद करीबी गुड्डू मुस्लिम उर्फ गुड्डू बमबाज के घर भी मुनादी कर ऐसा ही एक नोटिस चस्पा किया गया है। यूपी पुलिस ने दोनों को 30 दिन का वक्त दिया है सरेंडर करने के लिए।

अतीक के बाद शाइस्ता और गुड्डू मुस्लिम चला रहे थे गैंग

अतीक अहमद के जेल जाने के बाद से ही शाइस्ता परवीन ने अपने पति के गैंग को खुद चलाना शुरू कर दिया था। शाइस्ता ही लंबे समय से गैगं के सारे निर्णय ले रही थी और इस काम में शाइस्ता की मदद कर रहा था गुड्डू मुस्लिम। गुड्डू मुस्लिम अतीक का सबसे भरोसेमंद गुर्गा था। वो बम बनाने में एक्सपर्ट है और इसलिए उसे गुड्डू बमबाज के नाम से भी जाना जाता है। जब अतीक की मौत हुई तो शाइस्ता के साथ-साथ गुड्डू बमबाज भी फरार हो गया था।

शाइस्ता पर 50 हजार का इनाम तो गुड्डू पर 5 लाख का

ये खबरें भी आई थी कि गुड्डू बमबाज और शाइस्ता एक साथ है। दोनों अंडरग्राउंड होकर ही अतीक अहमद के गैंग आईएस 227 को चला रहे हैं। अपने कुछ खास लोगों से दोनों जुड़े हुए हैं। पुलिस ने शाइस्ता के ऊपर 50 हजार का इनाम घोषित किया, वही गुड्डू बमबाज पर 5 लाख का इनाम घोषित किया गया, लेकिन बावजूद इसके शाइस्ता और गुड्डू के बारे में किसी से कोई जानकारी नहीं मिल पाई।

क्या सरेंडर करेंगे शाइस्ता परवीन और गुड्डू मुस्लिम?

गुड्डू के बारे में लास्ट जानकारी सिर्फ उमेश पाल मर्डर के ठीक बाद आई थी। गुड्डू की बम फेंकते हुए तस्वीरें कैमरे में कैद हुई थीं। उसके बाद गुड्डू अतीक की बहन आयशा नूरी के घर गया था। वहां से उसने कुछ पैसे लिए थे और फिर फरार हो गया था। ये माना जा रहा था कि शाइस्ता की मदद गुड्डू मुस्लिम ही कर रहा है। अब पुलिस ने ये नोटिस लगा दिया है तो जाहिर सी बात है शाइस्ता और गुड्डू तक भी ये खबर ही पहुंच ही गई होगी। देखना ये है कि कुर्की के इस नोटिस के बाद क्या ये दोनों सरेंडर करते हैं या फिर ऐसे ही छुपकर अतीक के गैंग को चलाते रहते हैं। अगर ये दोनों सरेंडर कर देते हैं तो अतीक गैंग से जुड़े कई नए राज सामने आएंगे।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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