चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
श्रावस्ती: उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जिले में रिटायर्ड चौकीदार की ईंटों से कुचलकर निर्मम हत्या कर दी गई है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं, मामले की जांच में जुट गई है।
जानकारी के मुताबिक, थाना मल्हीपुर के राप्ती बैराज स्थित सिंचाई विभाग के पुरानी कॉलोनी में रह रहे रिटायर्ड चौकीदार श्याम किशोर (65) निवासी केशवापुर थाना कोतवाली भिनगा का शव खून से लथपथ मिला। शव को बकरी चराने गए चरवाहो ने देखा, जिसने ग्रामीणों को जानकारी दी। ग्रमीणो ने मौके पर पहुंच कर थाना मल्हीपुर को सूचना दी। सूचना मिलते ही प्रभारी निरीक्षक रामपाल यादव भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर घटनास्थल को सील कर जांच शुरू कर दी। वहीं, सूचना पाकर अपर पुलिस अधीक्षक प्रवीण कुमार यादव एवं पुलिस अधीक्षक प्राची सिंह ने भी घटनास्थल का निरीक्षण कर शीघ्र खुलासे का निर्देश दिया है।
श्याम किशोर मिश्रा 2018 में सिंचाई विभाग के चौकीदार पद से रिटायर होने के बाद भी अपने उसी आवास में रह रहे थे। ग्रामीणों के अनुसार श्याम किशोर हसमुख और मिलनसार व्यक्ति थे। मृतक के पुत्र शिवकुमार मिश्रा एसएसबी जवान है, जो असम में तैनात है।
गायब डायरी में छुपा है हत्या का रहस्य
रिटायर्ड चौकीदार श्याम किशोर मिश्रा की हत्या के बाद ग्रामीणों में अब उसको लेकर तरह-तरह की चर्चाएं जोरों पर हैं। ग्रामीणों के अनुसार राप्ती बैराज के आसपास गांवों में श्याम किशोर ने बड़ी संख्या में जमीन खरीद रखी था, जिस पर वह स्वयं खेती कराते थे। चर्चाओं के अनुसार श्याम किशोर का किसी से कोई विवाद भी नहीं था, वह लोगों से मिलनसार था। ऐसे में कोई क्यों उसकी हत्या करेगा। वहीं, यह भी चर्चा जोरों पर है कि श्याम किशोर दस प्रतिशत मासिक ब्याज दर पर पिछले लंबे अरसे से लोगों को कर्ज देने का काम करते थे, लेनदेन और वसूली वह स्वयं करते थे।जिसका पूरा लेखा-जोखा एक डायरी में रहता था।
बुधवार को जब श्याम किशोर का शव बरामद हुआ और तलाशी हुई तो लेनदेन वाली डायरी गायब मिली। गायब डायरी को लेकर ग्रामीणों में तरह-तरह की चर्चाएं हैं। चर्चा यह भी है कि कहीं कर्ज का पैसा लौटाने से बचने के लिए तो नहीं किसी ने श्याम किशोर की हत्या कर लेनदेन वाली डायरी गायब की हो। कुछ भी हो हत्या का सच तो पुलिस की जांच में हीं सामने आएगा, मगर मृतक के डायरी का चर्चा जोरों पर है।
Author: samachar
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