चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से बिजली चोरी की हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। बिजली विभाग की टीम जब घरों में चोरी पकड़ने के लिए गई तो हैरान रह गई, क्योंकि कोई कनेक्शन न होने के बाद बिजली घरों में थी। ये पहेली बिजली विभाग के लिए सुलझाना बड़ी मुश्किल रही। कड़ी मशक्कत के बाद पता चला कि एक किलोमीटर तक भूमिगत लाइन बिछाई गई है।
ऊर्जा निगम का सतर्कता विभाग (विजिलेंस) की मेरठ टीम ने शनिवार को लोनी के गांव चिरोड़ी में बिजली चोरी पकड़ने के लिए पहुंची। यहां के सात घरों में बिजली कनेक्शन तो था, लेकिन आसपास न तो बिजली लाइन थी और न ही बिजली का कोई खंभा दिखाई दे रहा था। लोगों से पूछताछ पर कोई जानकारी नहीं हुई। जब विभाग को कुछ नहीं सूझा तो एक-एक करके सभी घरों में कनेक्शन की तलाशी शुरू की।
जांच करने पर पता चला कि शौकीन अपने घर से एक किलोमीटर दूर रखे ट्रांसफार्मर तक भूमिगत यानी अंडर ग्राउंड लाइन बिछा रखी है। ट्रांसफार्मर से उसके घर का कटिया कनेक्शन जुड़ा हुआ मिला। उसने अपने घर से छह अन्य घरों को बिजली दे रखी थी।
ऊर्जा निगम के अधिकारी ने बताया कि शनिवार को शौकीन, शहजाद, यामीन, जफरुद्दीन, शकील, मजीद और जमील पर बिजली चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। इसके साथ ही सभी पर जुर्माना भी लगाया गाय है। ये लोग 10 किलोवाट की बिजली चोरी कर रहे थे। वहीं, पतला गांव में एक ही परिवार के तीन सदस्य बिजली चोरी करते हुए पकड़े गए।
Author: samachar
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