सुशील कुमार तिवारी की रिपोर्ट
पाकिस्तान से भारत आई सीमा हैदर को लेकर यूपी एटीएस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। पूछताछ में पता लगा है कि सचिन पहला शख्स नहीं है, जिसे सीमा ने संपर्क किया था। इससे पहले भी सीमा ने भारत में कुछ लोगों से संपर्क किया था, जिनमें से ज्यादातर लोग दिल्ली एनसीआर के थे।
सूत्रों के मुताबिक एटीएस की कल की पूछताछ में सीमा के पास हर सवाल का बेहद नपातुला जवाब था। यूपी एटीएस के सूत्रों के अनुसार पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर बेहद तेज दिमाग की है। कल की पूछताछ के बाद एटीएस का मानना है कि सीमा हैदर से कोई राज उगलवाना आसान नहीं है। सूत्रों के अनुसार सवाल जवाब के दौरान सीमा हैदर से अंग्रेजी की कुछ लाइनें पढ़वाई गई, जिसे सीमा हैदर ने न सिर्फ अच्छे से पढ़ा बल्कि इंग्लिश के एक्सेंट का उच्चारण भी काफी अच्छा किया।
यूपी एटीएस की पूछताछ में पता चला कि सीमा ने सचिन से पहले जिन जिन भारतीयों से अपनी नजदीकी बढ़ाई थी, उसने पबजी गेम खेलते समय ही उनसे संपर्क किया था। हालांकि ये लोग कौन कौन हैं अभी इसकी जानकारी सिर्फ यूपी एटीएस के पास ही हो सकती है और यह भी संभव है कि आने वाले दिनों में एटीएस इन लोगों की तलाश करे और इनसे भी पूछताछ की जाए। सीमा हैदर से जांच अफसरों ने जब अलग बैठाकर पूछताछ की तो उसने हर सवाल का ऐसे जवाब दिया जिससे एटीएस भी दंग रह गई।
सामने आया फोटो लगा हुआ आइडेंटिटी कार्ड, नंबर से हुई देश की पहचान
ताजा खबर ये है कि सीमा हैदर का नेशनल आइडेंटिटी कार्ड सामने आ गया है, जिसमें सीमा की फोटो लगी हुई है और इसका नंबर 4520573284426 है। सीमा के पास से 2 पासपोर्ट मिले हैं, जोकि इसी नाम से थे। इसका पाकिस्तान पासपोर्ट नंबर HZ0004421 है, जिसमें इनकी जन्मतिथि 1/1/2002 लिखी हुई है। वहीं दूसरे पासपोर्ट का नंबर HZ0004422 है, इस पर भी वही जन्मतिथि लिखी हुई है। ये पासपोर्ट पाकिस्तान के खैरपुर के पते पर बनवाया गया था।
कब पहुंची नेपाल, क्यों है सीमा पर पाक जासूस होने का शक?
दरअसल, कुछ दिन पहले ही यूपी पुलिस की तरफ से पाकिस्तानी महिला जासूसों को लेकर एक एडवाइजरी जारी की गई थी कि कैसे पाकिस्तान में बैठकर फेक प्रोफाइल के जरिए हिन्दू लड़की बनकर हिंदुस्तान में भारतीय सेना, पुलिस महकमे से जुड़े अधिकारी औए कर्मी और उनके परिवार व अन्य नागरिकों से दोस्ती गांठकर, उन्हें प्यार के जाल में फंसाकर देश की सुरक्षा से जुड़ी गोपनीय जानकारी हासिल की जाती है। ऐसे ही सोशल मीडिया पर एक्टिव कुछ फर्जी प्रोफाइल की जानकारी देकर आगाह किया गया था।
सीमा की कहानी भी यूपी पुलिस की इस एडवाइजरी से मेल खाती है, इसीलिए यूपी ATS तफ्तीश कर रही है कि सीमा भी कहीं इसी तरह फेक प्रोफाइल की तरह ISI का मुखौटा तो नहीं।
Author: samachar
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