दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
गोंडा: छह महिला पहलवानों से यौन उत्पीड़न के आरोपी भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के बारे में नया खुलासा हुआ है। जी हां, बृजभूषण के करीबियों ने कथित तौर पर कई मौकों पर शिकायत करने वाली महिलाओं को धमकाने की कोशिश की थी। एक लिखित शिकायत के मुताबिक जब भी महिलाएं सरकार की ओर से गठित समिति के सामने बयाने देने के लिए जाती थीं, तो उन्हें डराने की कोशिश की जाती थी। सिंह के खिलाफ प्रोटेस्ट को लीड करने वाली एक शिकायतकर्ता ने कमेटी को जो ईमेल भेजा था, उसे भी दिल्ली पुलिस की 1600 पन्नों की चार्जशीट में शामिल किया गया है।
उस ईमेल में क्या है
इसमें आरोप लगाया गया है कि सिंह के करीबियों ने ‘पीड़ित’ पहलवानों से संपर्क साधा था और अपने बयान वापस लेने के लिए दबाव बनाने की कोशिश की थी। 13 फरवरी 2023 को भेजे एक ईमेल में शिकायतकर्ता ने लिखा है, ‘मैं गोपनीयता भंग किए जाने पर अपनी गंभीर चिंता जताते हुए यह लिख रही हूं, जो 9 फरवरी 2023 को जेएलएन स्टेडियम में हुआ। जैसा कि आप जानते हैं कि हमें उस जगह यह कहकर बुलाया गया था कि गोपनीयता और प्राइवेसी का पूरा ध्यान रखा जाएगा। हालांकि हम यह देखकर हैरान रह गए कि बृजभूषण के करीबियों जय प्रकाश, महावीर बिश्नोई और दिलीप पूरे दिन कॉन्फ्रेंस रूम के आसपास घूम रहे थे। जबकि उसी समय बयान दर्ज किए जा रहे थे… इससे माहौल पूरी तरह से असहज और अप्रामाणिक हो गया।’
शिकायत में कहा गया है, ‘हमें देखा कि उन्होंने पीड़ित पहलवानों से संपर्क किया और दबाव बनाने की कोशिश की जो पूरी तरह से अस्वीकार्य है। जब बयान दर्ज किए जा रहे थे तो वे वहां क्यों घूम रहे थे? कानून के तहत उन्हें वहां नहीं होना चाहिए थे। यह हमारी निजता का उल्लंघन है। अगर हममें से किसी के साथ कुछ भी गड़बड़ होता है तो कौन जिम्मेदार होगा?’
आगे यह भी कहा गया है कि हमने यह भी देखा कि वहां कोई और था, जब बयान दर्ज किया जा रहा था। लेकिन उसके बारे में हमें नहीं बताया गया, जो कानून के खिलाफ है। उस समय तो समिति के केवल 6 सदस्यों को ही होना चाहिए था।’ ईमेल में इस मामले पर फौरन सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया गया था।
Author: samachar
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