इरफान अली लारी की रिपोर्ट
भाटपाररानी। जिला पंचायत अध्यक्ष पंडित गिरीश चंद्र तिवारी ने कहा कि संघ दुनिया का अकेला समाजसेवी संगठन हैं,जो आर्थिक तौर पर आत्मनिर्भर है और किसी से चंदा नहीं लेता है। संघ से जुड़े लोग भी साल में केवल एक बार अपनी तरफ से दक्षिणा देते हैं।
आरएसएस द्वारा मनाए जाने वाले छह त्योहारों में अन्य पांच त्योहार- विजयदशमी, मकर संक्रांति, वर्ष प्रतिपदा, हिंदू साम्राज्य दिवस और रक्षाबंधन हैं ।
उक्त बातें पंडित तिवारी अपने पैतृक गांव महाइज पार में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तत्वधान में आयोजित गुरु पूर्णिमा महोत्सव कार्यक्रम में कहीं उन्होंने कहा कि स्वयंसेवक साथियों में अनुशासन, त्याग व समर्पण की भावना का अनूठा रूप देखने को मिलता है। संघ में किसी व्यक्ति विशेष को गुरु न मानकर सिर्फ भगवा ध्वज को ही गुरु मानने की परंपरा हैं। संघ गुरु दक्षिणा से प्राप्त धन का सदुपयोग अनाथ बच्चों का पालन-पोषण,आपदाओं में अग्रणी भूमिका,आदिवासी क्षेत्र में गरीब विद्यार्थियों की पढ़ाई, कपड़े, किताब ,स्कूलों की स्थापना करना ,संस्कृति की रक्षा करना आदि मुख्य खर्च होते हैं।
जिला कार्यवाह वेद प्रकाश ने कहा कि प्रचारक अपने भारत को घर-परिवार मानकर दिन-रात संघ का प्रचार करते हैं।जन कल्याण की भावना से अपने जीवन को भारत माता को समर्पित करते हैं उनके खर्चे गुरुदक्षिणा की राशि से निकलता है। सह जिला कार्यवाह अरुणेश ने कहा कि भारत के अनेक राज्यों ज्यादातर कश्मीर पूर्वोत्तर असम बंगाल आदि में मारे गए माता-पिता के बच्चों को ढूंढकर संघ उनको शरण देता है उनका पालन पोषण करता है।आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षा को पहुंचाने व संस्कृति को बचाने में संघ प्रयत्नशील है। गरीब छात्रों की पढ़ाई कपड़े किताब आदि का खर्चा उठाता है।
खंड कार्यवाह ज्ञानवीर व ज्ञान प्रकाश ने संयुक्त रूप से कहा कि भारत देश में कहीं भी आपदा आती है तो संघ सरकार का इंतजार नहीं करती।वह बिना किसी भेदभाव के की व्यक्ति किस धर्म समुदाय का है वह सहायता करती है। यही कारण है कि संघ किसी भी आपदा में अग्रणी भूमिका निभाती है।
जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि सर्वेश तिवारी ने कहा कि आशा है आप एक स्वयंसेवक की भांति जनकल्याण के लिए आगे बढ़ेंगे अपनी संस्कृति की रक्षा के लिए प्रयत्नशील रहेंगे।
समारोह में भारी संख्या में लोगों ने प्रतिभागी लिया अंत में जिला पंचायत अध्यक्ष पंडित गिरीश चंद्र तिवारी ने आगंतुकों के प्रति आभार प्रकट किया।
Author: samachar
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