सुशील कुमार तिवारी की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के अम्बेडकर नगर के बेवाना थाना क्षेत्र में अजब सिंह हत्याकाण्ड की केस स्टडी अब यूपी पुलिस के ट्रेनिग सेंटर मुरादाबाद भेजी जाएगी, जहां ट्रेनी अफसर और पुलिस के जवान ट्रेनिंग के दौरान इसका अध्ययन करेंगे।
इस ब्लाइंड मर्डर का राज कंडोम के ब्रांड से खुला था। हत्यारों ने हत्या के बाद घटना स्थल पर कोई भी सुबूत नहीं छोड़ा था. इसलिए हत्याकांड का खुलासा करना पुलिस के लिए चुनौती बन गया था।
बीते 11 जून को एक बन्द पड़े स्कूल में 90 प्रतिशत जल चुका शव बरामद हुआ था। शव जला होने कारण उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई। ना ही वहां कोई ऐसी चीज बरामद हुई, जिससे शव के शिनाख्त में मदद मिलती। पुलिस ने इस हत्याकांड खोलने को एक चुनौती के रूप में लिया और एक कंडोम के पैकेट के सहारे इसके तह तक पहुंची और हत्यारो को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस की इस कामयाबी पर उसे अधिकारियों से प्रशंसा मिल रही है और केस स्टडी पुलिस ट्रेनिंग सेंटर भेजी जाएगी।
पुलिस अधीक्षक अजीत कुमार सिन्हा ने इस ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा करने के लिए थाने की टीम के अलावा स्वाट टीम और सर्विलांस सेल को लगाया गया था। लेकिन पुलिस को आगे बढ़ने के लिए कोई क्लू नहीं मिल रहा था। जांच के दौरान पुलिस टीम कंडोम के पैकेट पर आकर अटक रही थी। फिर पुलिस को पता चला कि कंडोम का जो ब्रांड था, वो अम्बेडकरनगर सहित आसपास के जिलों में नहीं बिकता है। इसके बाद पुलिस टीम ने ब्रांड की बिक्री के बारे में पड़ताल की तो प चला कि यह ब्रांड दिल्ली-एनसीआर और उससे सटे यूपी के जिलों में मिलता है।
नंबर सर्विलांस पर लगाए और फिर खुलासा
पुलिस ने इसके बाद सर्विलांस सेल के माध्यम से यह पता लगाया कि इन जिलों के मोबाइल नम्बरों की गतिविधियां घटना स्थल वाले क्षेत्र में थी या नहीं। सर्विलांस सेल ने 12 नम्बरों की लोकेशन ट्रेस की। जब नम्बर मालिक से बात की तो पता चला कि 8 नम्बर ऐसे थे, जिनके परिवार के लोग वहां रहते हैं। एक नम्बर पर महिला से बात हुई. वह सहारनपुर जनपद की थी। महिला से जब पुलिस ने पूछताछ की तो उसने बताया कि यहां से 4 लोग सर्कस दिखाने अम्बेडकरनगर गए है। इस पर पुलिस सक्रिय हुई और सर्कस की दिखाने आए लोगों की खोज की। सहारनपुर से सर्कस दिखाने आए इमरान और फरमान तक पुलिस पहुंची। दोनों से सख्ती से पूछताछ की गई। बाद में दोनों ने पूरे मर्डर का खुलासा कर दिया।
आरोपी की बहन से प्रेम प्रसंग
पूछताछ में पता चला कि इमरान की बहन से अजब सिंह का प्रेम प्रसंग था। भीतरी डीह गांव निवासी इरफान की बहन और अजब सिंह के बीच संबंध थे। वहीं, अजब सिंह ने सर्कस का कुछ सामान बेचा था और पैसा अपने पास रख लिया था। इसी बात से नाराज होकर अजब सिंह को शराब पिलाने के बहाने बन्द पड़े स्कूल में ले गए। ईंट से कुचल कर मार डाला और वहां रखी लकड़ियों में रखकर आग लगा दी। इससे पहले, आरोपियों ने अजब सिंह की जेब से सारा सामान निकाल लिया था। अजब की जेब से ही यह कंडोम का पैकेट मिला था, जिसे आरोपियों ने घटनास्थल पर फेंक दिया था। पुलिस अधीक्षक अजीत कुमार सिन्हा ने बताया कि पुलिस टीम के इस वर्क आउट से ऊपर अधिकारियों ने भी प्रशंसा की है और इसे केस स्टडी के लिए पुलिस ट्रेनिग सेंटर मुरादाबाद भेजे जाने का फैसला लिया है।
Author: samachar
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