परवेज अंसारी की रिपोर्ट
लालू प्रसाद यादव ने विपक्षी एकता की बैठक में विपक्षी पार्टियों को बड़ा संदेश देने की कोशिश की है। भले ही बैठक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तेजस्वी के साथ मिलकर सफल बनाई। मगर इस बैठक के असल सूत्रधार लालू प्रसाद यादव कहे जा सकते हैं। बैठक के दौरान भी लालू प्रसाद यादव ने 17 पार्टियों को बाराती बनने का संकेत दे दिया है।
दरअसल लालू प्रसाद यादव देश की राजनीति में एक बड़े पॉलिटिकल शख्सियत हैं। ऐसे में उनकी हर बात का राजनीतिक अर्थ निकाला जाना महत्वपूर्ण हो जाता है। लंबे समय से राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को संदेश देने में महारत हासिल है। संदेश दे कर ही उन्होंने बिहार पर 15 साल से ज्यादा राज किया। और आज भी उनके कार्यकर्ता उनके वोटर लालू प्रसाद यादव से अलग नहीं हो पाए हैं। यह संदेश की ही राजनीति है। जिसके बूते उनका वोटर आज भी इंटैक्ट है।
राजद सुप्रीमो ने राहुल गांधी को दूल्हा बनने की नसीहत यूं ही नहीं दी है। यह बात उन्होंने 17 पार्टियों के सभी प्रमुख नेताओं के सामने कही है। जो अपने-अपने राज्यों में या तो विपक्ष की भूमिका में हैं या सरकार चला रहे हैं। इसका संदेश साफ है। बीजेपी एक तरफ ‘दूल्हा कौन?’ पूछ रही है। वहीं लालू प्रसाद यादव यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि दूल्हा कौन होगा।
बीजेपी के सवाल का जवाब देते हुए एक तरफ जहां लालू प्रसाद यादव ने राहुल गांधी को दूल्हा बताया वही खुद को बाराती भी बताया। इतना ही नहीं उन्होंने सभी 17 पार्टियों के सामने यह बात कही कि ‘हम बाराती बनने को तैयार हैं’।
आपकी मम्मी हमसे बार-बार कहती हैं…
लालू प्रसाद यादव ने विपक्षी एकता की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक बात और महत्वपूर्ण कही। उन्होंने कहा कि ‘आप शादी नहीं करना चाहते हैं। आपकी मम्मी बार-बार हमसे कहती हैं।’ इस बात की गंभीरता को जरा गौर से देखा जाए तो यह बात समझ आएगी कि लालू प्रसाद यादव राहुल गांधी को बहुत बड़ी बात कह रहे थे। जब राहुल गांधी को कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जा रहा था तब उन्होंने इंकार कर दिया था। इसके बाद मल्लिकार्जुन खड़गे को पार्टी के संविधान के अनुरूप राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया।
लालू प्रसाद यादव ने इस बैठक में यह भी कहा कि अब हम स्वस्थ हो गए हैं। बहुत अच्छा महसूस कर रहे हैं। लालू प्रसाद यादव ने इस बैठक में यह साबित भी किया कि वह अपने उसी पुराने अंदाज में लौटते हुए नजर आ रहे हैं।
तमाम नेताओं ने अलापा विपक्षी एकता का राग, लालू ने दिया संदेश
विपक्षी एकता की साझा प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सभी नेताओं ने घिसी पिटी ढर्रे पर ही अपनी बात कही। सभी नेताओं ने देश को बचाने की बात कही। संविधान के रक्षक बनने की बात कही। मोदी और बीजेपी से खतरे की बात सुनाई। इनमें से कोई भी ऐसी बात किसी नेता ने नहीं की जो उन्होंने पहले कहीं नहीं कही।
इस महत्वपूर्ण बैठक में भी उन्होंने वही पुराना राग अलापा इसके अलावा ममता बनर्जी से लेकर, उमर अब्दुल्ला तक लोकतंत्र और जम्हूरियत की बात करते नजर आए। जबकि यह सबको पता है कि बंगाल से लेकर कश्मीर में जम्हूरियत किस तरह से रौंदी गई है। मगर यहां लालू प्रसाद यादव ने सीधे तौर पर भविष्य की राजनीति के तरफ संकेत दिया है। उन्होंने दूल्हा भी फिक्स किया। और बारातियों को भी संदेश दिया। इतना ही नहीं उन्होंने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान देश को भी यह बड़ा संकेत दिया कि देश के अगले प्रधानमंत्री के रूप में राहुल गांधी का चेहरा ही प्रधानमंत्री के लायक होगा।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."