अरमान अली की रिपोर्ट
पाकिस्तान के इस्लामाबाद में लाल मस्जिद के मौलाना अब्दुल अजीज पर कथित हमले के बाद जामिया हफ्सा की बुर्का पहनी महिलाएं लाठी-डंडे लेकर सड़कों पर उतर आईं।
महिलाओं ने ब्लू एरिया, फजल हक रोड की सड़कें जाम कर दी।
पाकिस्तान के इस्लामाबाद में स्थित लाल मस्जिद के मौलाना अब्दुल अजीज को पुलिस वाले बुधवार (21 जून) को गिरफ्तार करने आए थे। इसके विरोध में अब्दुल अजीज के गार्डो ने पुलिस का विरोध किया. अब्दुल अजीज अधिकारियों के तरफ से लगाए गए प्रतिबंध के बावजूद ज़ुहर की नमाज अदा करने के बाद मस्जिद से बाहर आए थे।
जामिया हफ्सा की छात्राएं पुलिस से भिड़ गई
डॉन के रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस वाले जब मौलाना को गिरफ्तार करने आए तो मौलाना के गार्ड के अलावा पास मस्जिद के पास मौजूद जामिया हफ्सा की छात्राएं भी मौलवी की गिरफ्तारी का विरोध करने आ पहुंची। इस दौरान जिन्ना एवेन्यू और कुलसुम प्लाजा पुल सहित कई सड़कों को जाम कर दिया। महिला छात्रों ने पुलिस पर जमकर डंडे भी बरसाई।
Welcome to #Islamabad 😜😜
Islamabad’s Jamia Hafsa (Lal Masjid ) students back on streets after police operation pic.twitter.com/tsi3XykRvy— Arzoo Kazmi|आरज़ू काज़मी | آرزو کاظمی | 🇵🇰✒️🖋🕊 (@Arzookazmi30) June 21, 2023
इस घटना से जुड़ा एक वीडियो भी पाकिस्तानी जर्नलिस्ट आरजू काजमी ने अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किया है। इस वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि कैसें महिला छात्रों ने हाथों में डडां लिए पुलिस को मार रही हैं।
आतंकवाद-रोधी विभाग मौलाना से बात करने गई
इस्लामाबाद शहर के केंद्र में स्थित लाल मस्जिद उस समय प्रमुखता में आई जब तत्कालीन सैन्य शासक जनरल परवेज मुशर्रफ ने जुलाई 2007 में एक पूर्ण सैन्य अभियान चलाया था।
वहीं इस मामले में डॉन अखबार से बात करते हुए राजधानी प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने स्वीकार किया कि आतंकवाद-रोधी विभाग (CTD) की एक टीम मौलाना से बात करने के लिए लाल मस्जिद गई थी और उनसे कुछ सवालों के जवाब मांगने गई थी।
मौलना अब्दुल अजीज पर आरोप है कि वो रिटायर हो चुके है, लेकिन वो फिर भी लाल मस्जिद में खतीब (प्रार्थना नेता) के रूप में काम कर रहे हैं। इसके अलावा वो मस्जिद से जुड़े अन्य मामलों पर नियंत्रण करना चाहते हैं।
Author: samachar
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