दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
सपने देखने की कोई सीमा नहीं होती और न ही उसे पूरा करने की। अगर जज्बा और जोश हो, तो किसी भी सपने को पूरा किया जा सकता है। हां, यह बात जरूर अलग है कि बचपन में सब अलग-अलग तरह के सपने देखते हैं। कुछ ऐसा ही सपना देखा था अंकिता अरोड़ा ने, जब वह 7 वीं क्लास में पढ़ती थीं। 27 की उम्र में डुकाटी मॉन्स्टर बाइक खरीदकर अंकिता ने अपने सपने को पूरा कर लिया।
अंकिता अरोड़ा को लोग हाई हील्स मोटरसाइकिलिस्ट के नाम से जानते हैं। इंस्टाग्राम पर उनके हजारों फॉलोअर्स हैं। बचपन से उनका एक ही सपना था। अपनी मनपसंद बाइक लेने का। 7वीं क्लास में उन्हें बाइक्स से प्यार हो गया था। 27 साल की उम्र में उन्होंने 12.5 लाख रुपये की अपनी ड्रीम बाइक डुकाटी मॉन्स्टर खरीदी। 1 लाख किमी की दूरी तय करते हुए उन्होंने 10 से ज्यादा राज्यों की यात्रा की। 45 दिनों में अंकिता ने ऑल इंडिया रोड ट्रिप पूरी की थी। वह लड़कियों के लिए बेफिक्री की मिसाल हैं। उन्होंने दिखाया है कि सपने देखने की कोई सीमा नहीं है। अगर जज्बा हो तो किसी भी सपने को पूरा करना मुश्किल नहीं है।
बचपन में सबके अपने-अपने सपने होते हैं। अंकिता का भी एक सपना था। तब वह 7वीं कक्षा में थीं। उनके कमरे में एक लाल रंग की डुकाटी का पोस्टर लगा होता था। उनका सपना था कि एक न एक दिन उनके पास भी यह शानदार बाइक होगी। कारों के बजाय उन्हें बाइक ज्यादा आकर्षित करती थीं। जब अंकिता थोड़ा बड़ी हुईंं और कॉलेज ज्वाइन किया तो उनके पिताजी उन्हें गिफ्ट में मोटरसाइकिल देना चाहते थे। यह और बात है कि उन्होंने इसे अपने पैसे से लेने का फैसला किया था।
अपनी पहली नौकरी मिलने के बाद अंकिता ने पैसे बचाने शुरू किए। पैसे बचाकर उन्होंने अपनी पहली मोटरसाइकिल खरीदी। इसकी कीमत लगभग 90,000 रुपये थी। उसके बाद उन्होंने बाइक चलानी शुरू की। इस कड़ी में उनकी मुलाकात मोटरसाइक्लिंग कम्युनिटी ग्रुप के अन्य सदस्यों से हुई। इसके पहले उन्हें पता भी नहीं था कि ऐसे ग्रुप्स भी होते हैं। वह xBhp-इंडिया के सबसे बड़े लाइफस्टाइल मोटरसाइक्लिंग प्लेटफॉर्म और नेशनल प्रिंट मैगजीन के संपर्क में आईं।
बनने लगी मोटरसाइकिलिस्ट के तौर पर पहचान
अंकिता ने ट्रिप्स पर जाना शुरू किया। शहरों, कस्बों, पहाड़ों और रेगिस्तानों से गुजरते हुए देशभर में लगभग 1 लाख किलोमीटर की यात्रा की। यह अनुभव बेजोड़ था। वह सप्ताह के दिनों में काम करती थीं। शनिवार और रविवार को अपने पैशन को पूरा करने के लिए रिजर्व रखती थीं। उन्हें ढाका बाइक कार्निवल के लिए बांग्लादेश जाने का भी मौका मिला। यह उनके यहां का पहला मोटरसाइक्लिंग ईवेंट था। इसमें उन्हें भारत से वीआईपी गेस्ट के रूप में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया था। इसके अलावा उन्होंने टीवीएस वन मेक चैंपियनशिप, ऑफ-रोड जोन, मोटो दंगल प्रतियोगिता इत्यादि में भी हिस्सा लिया।
पांच साल तक फैशन और गारमेंट इंडस्ट्री में काम करने के बाद अंकिता ने एक और मोटरसाइकिल खरीदने के लिए पैसे बचाए। उन्हें लगा कि बचपन के सपने को पूरा करने का सही समय आ गया है। 27 साल की उम्र में उन्होंने डुकाटी मॉन्स्टर खरीदी। वही बाइक जिसका पोस्टर वह बचपन में अपने कमरे में रखती थीं। इसकी कीमत लगभग 12.5 लाख रुपये थी। यह पहली मोटरसाइकिल से 12 गुना ज्यादा महंगी थी। यह उनके लिए किसी सपने के सच होने से कम नहीं था।
ड्रीम बाइक के साथ पेशा भी बदला
अपनी पहली ड्रीम मोटरसाइकिल खरीदने के बाद अंकिता ने अपना पेशा भी बदल लिया। यह उनके जीवन का बड़ा टर्निंग पॉइंट था। उन्होंने xBhp से जुड़ने का फैसला किया। अपने जुनून को पेशे में बदल दिया। xBhp कोर टीम में शामिल होने के बाद उन्होंने फिर से उनके साथ देशभर में घूमा। इस दौरान 45 दिनों में 10,000 किलोमीटर की दूरी तय की। टीम के साथ यह एक शानदार अनुभव था। तब से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
यात्रा के दौरान समाज हमेशा एक चुनौती रहा है। महिला बाइकर को देखकर कुछ लोग उन्हें सड़कों पर छेड़ते हैं। धमकाते हैं। अनावश्यक रूप से दौड़ना शुरू कर देते हैं। हालांकि, वह इसे जितना हो सके अनदेखा करने की कोशिश करती हैं।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."