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November 22, 2024 10:34 pm

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पिता के हत्यारों को सजा दिलवाने के जुनून ने बनाया आईएएस, दर्दनाक कहानी है इस आईएएस नवयुवक की

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सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट 

बस्ती: उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में रहने वाले बजरंग यादव एक की दर्द भरी कहानी है। देश की सर्वोच्च सिविल सर्विस परीक्षा को पास किया और जिले का नाम रोशन किया है। आईएएस बनने का यह सफर बजरंग यादव के लिए बिल्कुल भी आसान नहीं था, लेकिन पिता के हत्यारों को सजा दिलाने के जुनून ने आज उन्हें आईएएस बना दिया।

मंगलवार को यूपीएससी परीक्षा 2022 में बहादुरपुर विकास क्षेत्र के धोबहट गांव निवासी बजरंग प्रसाद यादव नें 454वां स्थान प्राप्त किया। बजरंग की मां कुसुमकला धोबहट ग्राम पंचायत की ग्राम प्रधान हैं। बजरंग प्रसाद यादव 4 भाई हैं, जिसमें अम्बिका यादव घर का काम देखते हैं। अरविंद यादव इंटरमीडिएट की परीक्षा पास किए हैं और विकास अभी 8वीं की परीक्षा पास किए हैं। बहन अभी दो माह पूर्व देश की सेवा के लिए आर्मी में मैटेरियल असिस्टेंट के पद पर भर्ती हुई है। बजरंग की इस सफलता पर घर में दादी रेशमा देवी, चाचा दिनेश यादव, चाचा उमेश यादव, चाची सुमनदेवी, मंजू देवी ने खुशी जताई।

2020 में पिता की हत्या

बजरंग यादव के पिता राजेश यादव पेशे से किसान थे, जो गांव में खेती किसानी के साथ-साथ गरीब और असहाय लोगों की काफी मदद करते थे। इनके पिता का जुनून इस कदर था कि किसी भी गरीब का यदि कोई जमीन कब्जा कर लेता था तो उन दबंगों से बजरंग यादव के पिता अकेले ही भिड़ जाते थे और उन्हें उनकी जमीन वापस दिला कर ही रहते थे। बजरंग के पिता का यह कार्य गांव के दबंगों को रास नहीं आया और 2020 में दबंगों ने साजिश करके इनके पिता की हत्या कर दी थी, जिसके बाद बजरंग का घर तबाह हो गया। घर में पिता के साथ घटना होने के बाद बजरंग ने पिता के हत्यारों को सजा दिलाने और गरीबों को न्याय दिलाने के लिए आईएएस अधिकारी बनने की ठान ली। आईएएस बनने की इस जुनून ने ही आज उन्होंने यूपीएससी क्रैक कर लिया।

यूपीएससी की तैयारी दिल्ली में कर रहे थे

बजरंग प्रसाद यादव की प्राथमिक शिक्षा गांव से ही हुई। दसवीं की परीक्षा लिटिल फ्लावर स्कूल कलवारी और इंटरमीडिएट की परीक्षा उर्मिला एजुकेशनल एकेडमी बस्ती से हुई। साल 2019 में बीएससी मैथ से इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से किया और यूपीएससी की तैयारी दिल्ली में कर रहे थे। बजरंग प्रसाद यादव के इस सफलता के बाद लोगों में खुशी का माहौल है।

एक बड़ा अधिकारी ही गरीब और असहायों की मदद कर सकता- बजरंग

बजरंग यादव ने बताया कि मेरे पिता के साथ जो घटना हुई, उसमें मैंने यह पाया कि एक बड़ा अधिकारी ही गरीब और असहायों की मदद कर सकता है, क्योंकि एक मसले को हल करने के लिए हर कोई आईएएस तो नहीं बन सकता, लेकिन एक व्यक्ति आईएएस बनकर कई मसलों को हल कर सकता है।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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