आरती शर्मा की रिपोर्ट
नोएडा: सेक्टर 37 के पास से चेकिंग के दौरान कार सवार 4 युवकों को 10 लाख कैश के साथ सेक्टर-39 थाना पुलिस ने पकड़ा था, उसमें जांच आगे बढ़ी है। पूछताछ के बाद कमिश्नरेट पुलिस की तरफ से जानकारी दी गई है कि चारों आरोपी हवाला के पैसे का लेनदेन करते हैं। आस्ट्रेलिया, दुबई समेत अन्य देश से इनके अकाउंट में पैसे आने और फिर देश में अलग-अलग पहुंचाए जाने के इनपुट पुलिस को मिले हैं।
अधिकारियों ने बताया कि अब तक की जांच में सामने आया है कि आरोपी हवाला कारोबार के लेनदेन की गतिविधियों में शामिल हैं। साथ ही, काले धन को भी सफेद बनाने का काम करते हैं।
एसीपी नोएडा रजनीश वर्मा ने बताया कि कार को चेकिंग के दौरान रोका गया था। कार में चार लोग बैठे थे। हरियाणा नंबर की कार से 10 लाख रुपये बरामद हुए थे। कार सवार कैश की जानकारी नहीं दे पाए। इस मामले की सूचना आयकर विभाग को दी गई। आयकर विभाग के अधिकारी मामले की जांच की। आरोपियों के कब्जे से आधार कार्ड समेत अन्य दस्तावेज भी बरामद हुए हैं।
पूछताछ में आरोपियों की पहचान राजीव शर्मा निवासी करनाल, संदीप राणा निवासी सोनीपत, विशाल कुमार निवासी मवाना मेरठ, विजय गुप्ता निवासी अलवर के रूप में हुई है। एसीपी ने बताया कि जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि गिरफ्तार आरोपियों में राजीव शर्मा पत्रकारिता से जुड़े हैं, जबकि एक आरोपी वकील है।
पूछताछ व अन्य तथ्यों के आधार पर यह जानकारी सामने आई कि आरोपी कालेधन को सफेद करने और हवाला कारोबार से जुड़े हैं। पुलिस को पता चला कि ये काले धन को सफेद करने के लिए विभिन्न ट्रस्ट के ट्रस्टियों से संपर्क में थे। वहां पर काला धन जमा करवाते हैं तथा मोटी कमीशन लेकर ट्रस्ट से इच्छुक व्यक्ति को एक नंबर का पैसा दिलवा देते हैं। देश के बाहर की रकम बीकानेर के पते पर रजिस्टर्ड बाला जी इंजीनियर्स एंड कंस्ट्रक्शन के अकाउंट में मंगवाए जाने की जानकारी पुलिस को हुई है।
ट्रैवल हिस्ट्री से खुलेगा राज
आयकर विभाग नोएडा की टीम ने हवाला के एंगल से जांच शुरू कर दी है। बरामद 10 लाख रुपये सीज करने के लिए वॉरंट जारी किया गया है। इसे मंगलवार को आयकर टीम सीज करवाकर बैंक में जमा करवाएगी। विभाग में जांच आयकर के सहायक निदेशक स्तर के अधिकारी को दी गई है। विभाग की टीमें आरोपियों की प्रोफाइलिंग कर रही हैं। अब तक पूछताछ आयकर निरीक्षक स्तर पर हुई है। बरामद कैश के चुनावी एंगल पर भी जांच चल रही है।
आयकर रेकॉर्ड में पकड़े गए आरोपी कम आमदनी वाले निकले हैं। यह पता लगाने की कोशिश चल रही है कि इन चारों के पीछे कौन है। आरोपियों की ट्रेवेल हिस्ट्री खासकर कार कहां से चली और कहां तक आई इससे इस रैकेट के और राज सामने आएंगे।
आयकर टीम ने आरोपियों के मोबाइल भी कब्जे में ले लिए हैं। मोबाइल से भी महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आने की सूचना है।
Author: samachar
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