दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
दिल्ली (Delhi) की सड़कों पर अगर निकल जाओं तो जगह-जगह ट्रैफिक सिग्नल पर छोटे-छोटे बच्चे सामान बेचते, कार के शीशे साफ करते, पैसे मांगते या फिर अपने छोटे भाई बहनों के साथ घूमते फिरते दिख जाते हैं। गरीब घरों के ये बच्चे ऐसे ही दिल्ली की सड़कों पर अपना गुजारा करते हैं और फिर रात को वहीं बोरा बिछाकर सो जाते हैं। गरीबी, लाचारी और मजबूरियां इन मासूमों के चेहरे पर साफ दिखतीं हैं और इन्हीं मजबूरियों को इस दरिंदे ने बना लिया अपनी अय्याशी का खेल।
30 बच्चों का रेप कर मौत देने वाला दिल्ली का दरिंदा
दिल्ली का इस दरिंदे का नाम है रविन्द्र। ये हैवान दिल्ली की बसों में कंडक्टर था। उत्तर प्रदेश के कासगंज का रहने वाला ये शख्स दिनभर जब बसों में होता तो इसकी नजर ऐसे बच्चों पर रहती थी। ये निशाना बनाता था दिल्ली के गरीब बच्चों को, जो पहले ही मजबूरियों की मार झेल रहे होते थे। ये बच्चों को खाने-पीने की चीजों को लालच देता। उन्हें अकेले में सुनसान जगह पर ले जाता और फिर उनके शरीर के साथ खेलता। उन्हें नोचता, उनके साथ दुष्कर्म करता और फिर वही उन बच्चों की जान ले लेता।
अंग्रेजी हॉरर फिल्म देखकर बना सीरियल किलर
रविन्द्र ने खौफनाक खेल शुरू किया साल 2008 से। इसने एक अंग्रेजी फिल्म देखी जिसमें एक हैवान की कहानी थी जो बच्चों को रेप करने के बाद मार डालता था। इस फिल्म के बाद इसने भी ऐसा ही करने का मन बनाया। ये एक के बाद एक बच्चों को मारता रहा, लेकिन गरीब घरों से होने की वजह से बच्चों की कहानियां सामने नहीं आ पाईं। गुड़िया, चॉकलेट, टॉफी के लालच में ये बच्चे इसके चंगूल में फंस जाते। जो भी बच्चा इसकी नजर में आता उस रात ये उसे ही शिकार बना डालता था। दिल्ली के कंझावला, समयपुर बादली, निहाल विहार, मुंडका, नरेला जैसे कई इलाकों में ये बच्चों की हत्या कर चुका था।
बच्चों की लाशों के साथ भी करता था रेप
ये सीरियल किलर (Serial Killer) इतना बड़ा हैवान था कि बच्चों की लाशों को भी नहीं छोड़ता था। कई बच्चों की हत्या के बाद इसने शव के साथ भी दुष्कर्म किया है। इसकी अय्याशियों की सारी सीमाएं पार रहो रही थी, लेकिन ये पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पा रहा था। साल 2014 में इसने एक छोटे लड़के साथ दुष्कर्म किया और फिर उसकी उस्तरे से हत्या कर दी। इस मामले में पहली बार ये पुलिस के हत्थे चढ़ा। हालांकि इसके बाद भी ये खुली हवा में घूमता रहा।
सीरियल किलर को 30 मई को सुनाई जाएगी सजा
साल 2015 में बेगमपुर में इसने एक छोटी बच्ची को अपना शिकार बनाया। इसने बच्ची को 10 रुपये दिए अपने साथ पास ही खंडहर पड़ी एक इमारत में ले गया और वहां जाकर बच्ची का साथ रेप किया। रेप के बाद इसने बच्ची का गला दबाकर उसकी जान ले ली। बच्ची के शव को वहीं इमारत के शॉफ्ट में फेंक दिया। इस केस के बाद ही इसे गिरफ्तार किया गया। पुलिस के सामने इसने सारे जुर्म कबूल किए। इसने बताया कि ये इस तरह से 30 से ज्यादा बच्चों को बेरहम मौत दे चुका है। रविन्द्र पर तब से केस चल रहा है। अब आखिरकार रोहिणी कोर्ट ने इस हत्यारे को दोषी करार दिया है। 30 मई को इस सीरियल किलर पर सजा ऐलान होगा।
Author: samachar
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