दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
उसका चेहरा देखकर कोई ये सोच भी नहीं सकता था कि उसके अंदर इतनी नफरत भरी है। वो चाहती थी दुनिया के सबसे बड़े बम बलास्ट को अंजाम देना। वो चाहती थी एक मॉल को उड़ाकर हजारों बेकसूर लोगों की जान लेना। ये बात उसने खुद कबूल की, अगर वक्त रहते वो पुलिस के हत्थे न चढ़ती तो शायद सैकड़ों लोग उसके शिकार बन जाते।
ISIS की सबसे खतरनाक महिला की कहानी
ये कहानी है दुनिया के सबसे बड़े आतंकी संगठ ISIS की एक खतरनाक महिला की, जिसके बम बलास्ट के मंसूबे पर बेशक पुलिस ने पानी फेर दिया हो, लेकिन उसने जो किया वो इतना भयानक है कि रुह कांप जाए। इस महिला का नाम है एलिसन फ्लूक-एकरेन। ये एक जमाने में ISIS की महिला मिल्ट्री को लीड करती थी। न जाने कितने बेकसूर लोगों को इस महिला ने अपने हथियारों से निशाना बनाया।
ISIS के आतंकी से शादी कर लीबिया आई
एकरेन अमेरिका की रहने वाली थी। इसने साल 2011 में ISIS के एक स्नाइपर से शादी की। शादी के बाद ये भी इस आतंकी संगठन का हिस्सा बन गई। जिस अमेरिका में इसने पढाई-लिखाई की, बढ़ी हुई, ये उसी देश से नफरत करने लगी। अपने पति के साथ इसने अमेरिका छोड़ दिया और लीबिया आ गई। इसने आतंकी बनने की ट्रेनिंग ली और फिर ये अपने खतरनाक इरादों को पूरा करने लगी। धीरे-धीरे अपने कामों से आईएसआईएस में अपनी जगह मजबूत करने लगी।
दो पतियों को हुई लीबिया में मौत
कुछ समय बाद ही एकरेन के पति की हवाई हमले में मौत हो गई। पहले पति की मौत के बाद इसने एक बांग्लादेश के एक आतंकी से शादी की जो ड्रोन बनाने का एक्सपर्ट था। दोनों पति-पत्नी लीबिया में रहकर आईएसआईएस के लिए काम करते रहे। ये हथियार चलाने में पूरी तरह से माहिर हो चुकी थी। अमेरिकी फौज इसके निशाने पर रहती थी, लेकिन इसका मकसद था आतंक को और बढ़ाना। 2016 में इसके दूसरे पति की भी मौत हो गई।
सीरिया में लड़कियों को दी बम बनाने की ट्रेनिंग
दूसरे पति की मौत के बाद ये लीबिया छोड़कर सीरिया चली आई। इसने सीरिया में ही लड़कियों के लिए ट्रेनिंग कैंप शुरू कर दिए और ये नई लड़कियों और महिलाओं को आतंकवाद की शिक्षा देने लगी। एक दो नहीं 100 से ज्यादा महिलाओं को इसने फौज के खिलाफ भड़काया और उन्हें हथियार चलाने सिखाए। एके 47 चलाना, या बम बनाना या फिर आत्मघाती हमले के बारे में सिखाना, ये सारी शिक्षा इसने ही ISIS की महिला ब्रिगेड को दी। ISIS की इस महिला ब्रिगेड का नाम खतीबा नुसायबाह था जिसकी लीडर एकरेन थी। इसे म्म मोहम्मद अल-अमरीकी के नाम से भी जाना जाता था।
ISIS के 5 आतंकियों से की शादियां
एक तरफ ये आईएसआईएस में अपनी ताकत बढ़ा रही थी तो दूसरी तरफ ये शादियों पर शादियां कर रही थी। सीरिया में इसने तीसरी शादी की। कहा जाता है कि इसी तरह ये के बाद एक पांच आतंकियों से शादी कर चुकी थी। इसने आखिरी शादी ISIS के सीनियर कमांडर से की। अलग-अलग शादियों से इसके पांच बच्चे भी हुए। बाद में इसे गिरफ्तार कर लिया गया। इसपर लीबिया, सीरिया और इराक में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के आरोप लगे।
इस महिला को कोर्ट ने सुनाई 20 साल की सजा
ये महिला इतनी खतरनाक थी कि इसके बच्चों ने भी इसपर प्रताड़ना के आरोप लगाए। कोर्ट में पेशी के दौरान इसने अपने सारे जुर्म कबूल किए। इसने बताया कि ये चाहती थी कि ये अमेरिका में या तो किसी मॉल या फिर किसी यूनिवर्सिटी में एक बड़ा बम बलास्ट करे और वहां के लोगों को मौत दे। वर्जिनिया की एक अदालत ने एकरेन को उसके अपराधों के लिए 20 साल की सजा सुनाई।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."