दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
माफिया अतीक अहमद के चकिया स्थित कार्यालय में मिले खून के धब्बे एक स्मैकिए के थे। एफएसएल की जांच में कार्यालय में मिले खून के इंसानी खून होने की पुष्टि हो चुकी है। सीसीटीवी फुटेज से कार्यालय में चार युवकों के घुसने की तस्वीर भी की जा चुकी है। इसी आधार पर पुलिस ने तीन स्मैकियों को उठाकर पूछताछ शुरू की है। हालांकि घायल युवक अभी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है। बताया जा रहा है कि कार्यालय में पीछे के रास्ते से घुसते समय एक कांच के टूटने के कारण वह घायल हो गया था। सभी युवक चोरी की नीयत से वहां घुसे थे।
अतीक अहमद के कार्यालय में 24 अप्रैल को खून के धब्बे और चाकू के साथ ही महिला के कपड़े मिलने की खबर फैलते ही खलबली मच गई थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच-पड़ताल के बाद एफएसएल की टीम को बुलाया था और एफएसएल की टीम ने मौके से सैंपल्स इकट्ठे किए थे। पुलिस को कार्यालय की हर मंजिल के कमरों में और सीढ़ियों पर भी खून के धब्बे मिले थे। ऐसे में किसी अनहोनी की आशंका जताई जा रही थी।
एक तरफ एफएसएल सैंपल्स की जांच कर रही थी। वहीं पुलिस सीसीटीवी कैमरों की मदद और आसपास के रहने वालों से पूछताछ कर यह पता लगाने की कोशिश कर रही थी कि कार्यालय में कोई गया तो नहीं था। सीसीटीवी फुटेज में कार्यालय के पीछे की तरफ से कुछ लोगों के अंदर जाने का पता चला। इसी आधार पर पुलिस ने उनकी शिनाख्त की और फिर दबिश देकर तीन लोगों को हिरासत में ले लिया।
पुलिस के मुताबिक पकड़े गए लोग स्मैकिए हैं। घटना के एक दिन पहले कार्यालय में चोरी की नीयत से घुसे थे। पीछे के रास्ते से घुसते समय खिड़की का कांच टूटने के कारण एक युवक घायल हो गया था। हालांकि नशे में होने के कारण उसे इसकी जानकारी नहीं हुई। कार्यालय में जहां-जहां भी वह गया, वहां-वहां खून के धब्बे बनते गए। नीचे से लेकर ऊपर की मंजिल तक इन लोगों ने तलाशी ली थी।
कार्यालय में किताबें और किचन का सामान भी बिखरा पड़ा था। क्योंकि वे चोरी के लिए अपने मतलब की चीजें ढूंढ रहे थे। पुलिस के मुताबिक स्मैक का नशा करने के कारण उन्हें नशे की तलब थी। हालांकि जब युवक को घायल होने की जानकारी मिली तो उसने वहां पड़े कपड़े से खून पोछा और इसके बाद सभी वहां से निकल गए।
पुलिस फिलहाल घायल युवक की तलाश कर रही है, जिससे उसके ब्लड सैंपल और मौके से मिले सैंपल का मिलान किया जा सके। बताया जा रहा है कि अतीक के कार्यालय से करीब 73 लाख कैश बरामद होने की खबर सुनने के बाद वहां कुछ मिलने की उम्मीद में यह लोग पहुंचे थे। एफएसएल की जांच में भी मौके से मिले ब्लड सैंपल्स के इंसानी होने की बात सामने आई है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."