राकेश तिवारी और ब्रजकिशोर सिंह की रिपोर्ट
कत्ल होता है उससे जुड़ी होती हैं कई कहानियां। कोई बदला लेने के लिए किसी का मर्डर करता है और लूटपाट के लिए, कोई प्यार में तो कोई पैसे के लिए। कत्ल की कई कहानियां अक्सर सामने आती हैं, लेकिन हैरानी तब होती है जब कोई छोटी सी बात पर किसी की जान ले ले। क्या आप सोच सकते हैं कि किसी ने अपना मोबाइल नहीं दिया तो गुस्से में दूसरे शख्स ने उसकी जान ले ली।
बात-बात पर कत्ल क्यों?
दिल्ली के राजा पार्क इलाके में एक ऐसी ही घटना सामने आई है जहां एक दो लड़कों ने एक अन्य लड़के की जान मोबाइल की वजह से ले ली। 23 अप्रैल की रात को पुलिस को सूचना मिली की राठी हॉस्पिटल के पास एक लड़का बुरी तरह से जख्मी हालत में पड़ा हुआ है। पुलिस मौके पर पहुंची तो देखा कि वो खून से लथपथ था। उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां उसकी मौत हो गई।
दिल्ली में मोबाइल न देने पर की हत्या
ये एक ब्लाइंड मर्डर था। जिसका हत्या हुई उसके पास से पुलिस को आधार कार्ड बरामद हुआ जिससे पता चला कि उसका नाम जितेन्द्र था और वो उत्तर प्रदेश के हाथरस का रहने वाला था। पुलिस ने तफ्तीश शुरू की और 24 घंटे के अंदर केस को सॉल्व कर दिया। इस मामले में 2 नाबालिग लड़कों को गिरफ्तार किया गया है जिन्होंने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया है।
नाबालिग लड़कों ने ली अजनबी की जान
ये दोनों नाबालिग जितेन्द्र को नहीं जानते थे। इन दोनों को किसी से बात करने के लिए मोबाइल की जरूरत थी। पास ही खड़े एक अजनबी यानी जितेन्द्र से इन्होंने मोबाइल मांगा, लेकिन जितेन्द्र ने मोबाइल फोन देने से इनकार कर दिया। इन दोनों नाबालिग लड़कों के पास चाकू था। जितेन्द्र के मोबाइल देने से इनकार करने पर इन लड़कों ने उसपर चाकू से हमला कर दिया। इन्होंने उसकी छाती, गले और हाथों में चाकू से वार किया और उसे बुरी तरह से घायल कर दिया और फरार हो गए। इन लड़कों का कहना है कि जितेन्द्र ने इनपर तंज भी कसा था जिसकी वजह से इन्हें ज्यादा गुस्सा आ गया।
फरीदाबाद में मोबाइल न मिलने पर दोस्त ने ली दोस्ती की जान
सोचिए एक अजनबी पर इन्हें इतना गुस्सा आ गया कि इन्होंने उसकी जान ही ले ली। ये कोई पहली घटना नहीं है, जब छोटी सी बात पर किसी ने हत्या कर दी हो। फरवरी महीने में फरीदाबाद में भी एक दोस्त ने मोबाइल न देने की वजह से अपने ही दोस्त की जान ले ली। शोएब और इरफान दोनों एक दूसरे को पांच सालों से जानते थे। दोनों साथ में शराब पी रहे थे। इसी बीच शोएब ने इरफान से ऑनलाइन गेम खेलने के लिए उसका मोबाइल मांगा, लेकिन तभी इरफान की पत्नी का फोन आ गया। इरफान अपनी पत्नी से फोन पर बात करने लगा, लेकिन इरफान को ये बात शोएब को इतनी बुरी लग गई कि उसने ईंट उठाकर अपने दोस्त के सिर पर दे मारी और उसकी जान ले ली। सिर्फ फोन न देने की वजह से उसने अपने ही दोस्त का मर्डर कर दिया।
यूपी में लड़के ने मोबाइल न मिलने पर टेलर का कत्ल किया
उत्तर प्रदेश के देवारिया में भी कुछ समय पहले ऐसी ही घटना देखने को मिली थी जहां मोबाइल न देने पर एक लड़के ने एक बुजुर्ग की हत्या कर दी। यहां गौरीबाजार इलाके में एक दर्जी की दुकान पर शिवम यादव नाम का एक लड़का मोबाइल पर बात करते हुए पहुंचा। तभी अचानक उसकी मोबाइल के बैटरी खत्म हो गई। लड़के ने बुजुर्ग टेलर उनका मोबाइल मांगा, लेकिन जब टेलर ने अपना मोबाइल देने से इनकार कर दिया तो लड़का झगड़ा करने लगा। उस वक्त आसपास के लोग वहां आ गए और झगड़े को खत्म करवाया। लड़का यहीं पर नहीं रुका, थोड़ी देर बाद वो डंडा ले आया और बुजुर्ग की इतनी पिटाई की कि उनकी जान चली गई।
क्यों लोगों के अंदर इतनी नफरत भरती जा रही है?
ये सारी घटनाएं आंखें खोलने वाली हैं। छोटी-छोटी बातों पर लोगों को इतना गुस्सा आ जाता है कि उनके लिए दूसरे की जान की कोई कीमत ही नहीं रहती। मोबाइल न देने जैसी घटना पर लोग कत्ल कर देते हैं। इस तरह की घटनाएं समाज पर कई सवाल खड़े करती हैं। हमारा समाज किस तरफ बढ़ रहा है। क्यों लोगों की बर्दाश्त करने की श्रमता इतनी कम होती जा रही है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."