राकेश तिवारी की रिपोर्ट
देवरिया। जिला के विकासखंड भागलपुर के रेनबो एकेडमी विद्यालय में जीरासो के प्रांगण में वृंदावन से पधारे कथावाचक आचार्य दिलीप भारद्वाज की राम कथा सुन भावविभोर हुए श्रोता गण ।
रामकथा का यहां आज चौथा दिन है और देवरिया देवताओं की भूमि है। बाबा का कहना है कि मैंने अनेक कार्यक्रम किया। कई जगहों पर 15 से20 कार्यक्रम किया ।यहां के लोग बहुत ही भोले-भाले हैं और जो लोगों की वाणी में मिठास है। वह कहीं न कहीं भारतीय संस्कृति का ही रूप है। आज भगवान के बाल रूप में शिक्षा देंगे। चूंकि मेरा यह मानना है कि भगवान राम केवल रावण को मारने नहीं आए थे। अगर रावण को मारने आए होते तो उसी वीरता काल में ही आंध्रा में जो ऋषि मुख पर्वत है उसी के पास पंपा सरोवर एक बहुत अच्छे बलवान सूर्यपुत्र कहलाने वाले सुग्रीव के जेष्ठ भ्राता बाली रहते थे जो रावण को अपनी कांख में छह छह महीने दबाए रखते थे।
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कार्यक्रम में मुख्य रूप से मनमोहन मिश्रा ,श्वेता मिश्रा, मनीष मिश्रा ,डॉoस्तुति पुरवार आदि लोग मौजूद रहे।
Author: samachar
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