हरीश चंद्र गुप्ता की रिपोर्ट
रायपुर। महासमुंद जिले के एक ईंट भट्ठे में दम घुटने से पांच मजदूरों की मौत हो गई है जबकि एक मजदूर को गंभीर स्थिति जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है थकान मिटाने के लिए सभी मजदूर भट्ठे के ऊपर ही सो गए थे। मजदूरों की मौत पर प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गहरा दुख व्यक्त किया है।
मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को महासुमंद जिले के गढफूलझर गांव में ईंट भट्ठे के ऊपर सो रहे पांच मजदूरों की दम घुटने से मौत हो गई है। मंगलवार रात छह मजदूर मिट्टी की ईंटों को पकाने के लिए चबूतरे की तरह बनाए गए ढांचे के ऊपर सो गए थे। ढांचे में पहले सी आग लगी हुई थी। बुधवार सुबह जब अन्य मजदूरों ने उन्हें उठाया तो वे नही उठे। जब मजदूरों ने करीब जाकर देखा तो उनके होश उड़ गए। क्योंकि भट्ठी ले ऊपर सोए सभी मजदूरों की मौत हो चुकी है। बाद में मजदूरों ने इसकी जानकारी अन्य ग्रामीणों और पुलिस को दी। बताया जा रहा है की भट्ठे में 6 मजदूर काम करते थे। इन श्रमिकों गंगा राम बिसी (55), दशरथ बिसी (30), सोना चंद भोई (40), वरुण बरिहा (24), जनक राम बरिहा (35) और मनोहर बिसी (30) काम कर रहे थे।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंदे और पांचों मृत मजदूरों के शवों पंचनामा किया और एक जीवित मजदूर को अस्पताल भेजा। मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
सीएम ने प्रकट किया शोक
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महासमुंद जिले के बसना विकासखंड के ग्राम गढ़फुलझर में ईंट भट्ठा में काम करने वाले वाले 5 श्रमिकों की मृत्यु पर गहरा दुख प्रकट किया है। उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को मृतकों के परिजनों को हर संभव सहायता देना और गंभीर रूप से बीमार एक श्रमिक को बेहतर से बेहतर इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
सीएम ने कहा महासमुंद जिले के ग्राम गढ़फुलझर में ईंट भट्ठा में कार्यरत 5 श्रमिकों की मृत्यु का समाचार दुखद है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति और परिजनों को हिम्मत दे। इस दुःख की घड़ी में उनके परिवारों को 2 लाख आर्थिक सहायता की घोषणा करता हूं।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."