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November 22, 2024 10:05 pm

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खनन माफियाओं के चलते तालाबों में तब्दील हो रहे गांवों को कौन देखेगा… योगी सरकार के अधिकारियों की कब खुलेगी नींद

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

लखनऊ। सरोजिनी नगर क्षेत्र में दबंग मिट्टी खनन माफियाओं जिस रुतबा कायम हैं। वह किसी छिपा नहीं है। विगत पिछले 3 वर्ष पूर्व से सैकड़ों गांवों को राजस्व विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों ने क्षेत्रीय दबंग खनन माफियाओं एवं रसूखदारों के गठजोड़ से हर गांव को तालाबों में तब्दील कर दिया।

हम आपको बताते चलें कि क्षेत्रीय लेखपालों को राजस्व विभाग उच्चाधिकारियों की खुली छूट के कारण मनमानी तरीके से खुलेआम ग्राम पंचायतों में पड़ी सरकारी भूमि को प्रधानों से मिलकर साठगांठ करके सैकड़ों बीघा सरकारी भूमि को अवैध तरीके रसूखदारों एवं खनन माफियाओं को मोटी रकम लेकर हवाले की गई। ग्रामीण इलाकों में दहशत का माहौल है
खनन माफियाओं के रातों रात मिट्टी भरे डंफर चालक रोड पर फर्राटे भरते हुए नजर आएंगे। ऐसा कोई दिन नहीं है जो मिट्टी खनन का कार्य नहीं किया गया हो।

पुलिस प्रशासन से लेकर राजस्व विभाग के अधिकारी मोटी रकम लेकर चुप्पी साधे हुए हैं। जिन ग्राम पंचायतों में मिट्टी की खुदाई की गई वह गांव के नाम इस प्रकार हैं। गांव बीबीपुर पहाड़पुर खसरबारा उम्मेद खेड़ा जहानाबाद किशनपुर कौड़ियां औरामा अधपुर देव हमीरपुर खटोला जैंती खेड़ा धनुआ सांड नीबा बरौली कासिम खेड़ा कैथी नटकुर चन्द्रावल सरैया इत्यादि।

 

गांव से खनन माफियाओं ने लेखपालों से सांठगांठ करके दबंगों ने अवैध मिट्टी खनन करा कर तालाबों में तब्दील कर चुके हैं गांवों को। एसडीएम व तहसीलदार को सूचना मिलने पर भी अनदेखी करते रहे। साथ ही साथ करोड़ों रुपए की सरकारी भूमि को अवैध तरीके बड़ी बड़ी कम्पनियों के हवाले कब्जा कराकर बेची गई कुछ भूमि सरकारी भूमि प्रापर्टी डीलरो के द्वारा बेच कर मोटी रकम लेकर लेखपाल व ग्राम प्रधान भी शामिल है। कुछ सरकारी भूमि पर लेखपालों ने रसूखदारों के इशारे पर नवनिर्मित भूखंडों पर अवैध निर्माण करा दिया गया जिसकी लिखित सूचना एसडीएम व तहसीलदार सरोजिनी नगर को साक्ष्यों के साथ दी गई लेकिन अधिकारियों द्वारा कोई सुनवाई नही हुई । इस तरह का माहौल सरोजिनी नगर क्षेत्र का है। क्षेत्रीय ग्राम पंचायतों के रोडो की बदहाल स्थिति है। सभी रास्ते मिट्टी खनन माफियाओं के डंफर दौड़ने से टूटे पड़े हुए हैं। आए दिन सड़कों पर ग्रामीणों के साथ दुर्घटनाएं घटित हो रही सैकड़ों लोगों की मौत भी चुकीं हैं। लेकिन जिला प्रशासन के द्वारा हो रही धांधली एवं धन उगाही करने की होड़ लगी है। रसूखदार एवं दबंग खनन माफिया तथा प्रापर्टी डीलरो का बोलबाला है।

जब राजधानी लखनऊ में इस तरह का भ्रष्टाचार पनप रहा है तो पूरे उत्तर भारत के लोगों का क्या हाल होगा। जबकि माननीय मुख्यमंत्री योगी सरकार के सख्त निर्देश होने के बाद भी सरकारी अधिकारी सरकार की धज्जियां उड़ाते हुए नजर आ रहे हैं। जिसके कारण सरकार को आने वाले समय में बहुत नुक्सान उठाना पड़ा सकता है इस गम्भीर समस्याओं के बारे में माननीय मुख्यमंत्री योगी सरकार को कठोर कार्रवाई करनी चाहिए।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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