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November 23, 2024 3:03 am

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ये औरत है या जिंदा राक्षस…..सास के तीन और पति को मारकर पांच टुकड़े कर हैवानियत की सारी हदें पार कर दी

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प्रिया लहरिया की रिपोर्ट

गुवाहाटी। पहले सास के लिए आंसू बहाए, फिर पति के लापता होने की रिपोर्ट लिखाई, लेकिन किसे पता था कि उसके आंसू तो एक छलावा थे। कौन ये सोच सकता था कि मासूम और खूबसूरत सी दिखने वाली ये महिला ही अपनी सास और पति को मौत के घाट उतार चुकी थी। जो अपनी सास और पति के लिए आंसू बहा रही थी वो ही महिला उनके टुकड़े-टुकड़े कर चुकी थी।

पति और सास के टुकड़े करने वाली हैवान

असम की वंदना कलिता की कहानी इतनी डरावनी है कि सुनकर रुह कांप जाए। वंदना ने अपने एक प्रेमी धंती डेका और एक अन्य साथी आरुप डेका के साथ मिलकर एक खौफनाक साजिश रची। ये साजिश थी पति और सास को हमेशा-हमेशा के लिए रास्ते से हटाने की। इस साजिश के तहत सबसे पहले सास शंकरी डे को मारना था और ये काम खुद वंदना ने किया।

सास को 3 टुकड़ों में काटकर फ्रिज में रखा

वंदना अपनी सास के काफी करीब थी। दोनों के बीच अच्छे रिश्ते थे। उस दिन इनके चांदमारी वाले फ्लैट में वंदना अपनी सास के साथ अकेली थी। बस मौका देखकर इसने अपनी बूढ़ी सास का तकिए से गला दबा दिया। 62 साल की शंकरी देवी की तुरंत जान चली गई। इसके बाद इस खतरनाक महिला ने अपने दोनों साथियों को फ्लैट पर बुलाया। इन तीनों ने मिलकर शंकरी देवी की लाश को तीन हिस्सों में काटा और फिर उसे पॉलीथीन में भरकर फ्रिज में रख दिया। तीन दिन तक लाश फ्रिज में रही।

मेघालय में खाई में फेंके लाश के टुकड़े

ये अपने दूसरे घर में लौट आई और बेहद सामान्य तरीके से अपने पति के साथ रहने लगी। तीन दिन बाद ये अपने कथित प्रेमी और दूसरे दोस्त के साथ फिर उस फ्लैट में पहुंची और लाश के टुकड़ों को फ्रिज से निकाला और ये तीनों कार में लाश को लेकर मेघालय के निकल पड़े। चेरापुंजी के पास जाकर इन्होंने पहाड़ियों से लाश के टुकड़ो को खाई में फेंक दिया और फिर वापस घर लौट आए।

एक महीने बाद पति के किए 5 टुकड़े

ये हैवान औरत सास को ठिकाने लगा चुकी थी, अब इसके रास्ते का कांटा था इसका पति अमरज्योति। सोचिए इस महिला ने करीब 12 साल पहले अपने पति से लव मैरीज की थी और वो भी दोनों परिवारों के मर्जी के खिलाफ जाकर और अब ये उसे ही अपने रास्ते से हटाना चाह रही थी। पति को रास्ते के हटाने के लिए इसने चुना 17 अगस्त 2022 का दिन। इसने पहले ही अपने घर में अपने दोनों साथियों को बुला लिया, उसके बाद लोह की रॉड से इसने अपने पति के सिर पर जोरदार वार किया। इन तीनों ने तब तक उसे मारा जब तक उसकी मौत नहीं हो गई।

खुद पुलिस थाने में लिखाई रिपोर्ट

उसके बाद शंकरी डे की तरह ही इन्होंने अमरज्योति की डेड बॉडी को भी टुकडों में काटा। इस बार इन्होंने लाश के 5 टुकड़े किए। उसी तरह फ्रिज में रखकर लाश को जमाया और फिर उसे भी वहीं मेघालय के पहाड़ों से खाई में फेंक दिया। वंदना का काम हो चुका था। पति और सास को वो मौत की नींद सुला चुकी थी। अब बाकी था दुनिया के सामने दुखी होने का नाटक करना। 29 अगस्त को बेहद दुखी हालत में वंदना कलिता थाने पहुंची। इसने सास और पति के लापता होने की रिपोर्ट पुलिस में दर्ज करवाई।

पति के कजिन को था वंदना पर शक

वंदना को लगा था कि शायद अब कोई उसका कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा, लेकिन इसी बीच अमरज्योति के चचेरे भाई ने भी एक रिपोर्ट दर्ज करवाई। इस रिपोर्ट में उसने अपने भाई और आंटी के गायब होने के पीछे वंदना का हाथ होने की शंका जताई। इसके बाद पुलिस ने इस केस जांच शुरू की। पुलिस को वंदना पर शक तब हुआ जब उन्हें पता चला कि वंदना ने अपनी सास के अकाउंट से काफी पैसे निकाले हैं। पुलिस लगातार सबूत जुटा रही थी और वंदना ये सोच रही थी कि उसकी इस हैवानियत का कभी किसी को कुछ पता नहीं चल पाएगा।

तीनों आरोपियों को किया गिरफ्तार

19 फरवरी के दिन आखिरकार पुलिस को वंदना की सास की लाश के कुछ टुकडे मिले। पुलिस ने वंदना और दोनों साथियों को गिरफ्तार कर लिया और उनसे ही पूछताछ की गई। पुलिस कस्टडी में तीनों ने सच उगला। तीनों आरोपियों को उस जगह भी ले जाया गया जहां इन्होंने लाश के टुकड़ों को फेंका था। पुलिस मामले में और सबूत जुटाने में लगी हुई है।अब तक इस मामले कई बात पूरी तरह से साफ नहीं हो पाई। वंदना भी लगातार अपने बयान बदल रही है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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