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November 2, 2024 3:56 am

“बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री पूरी तरीके से अमीर आदमियों को ही मानते हैं, वहां गरीबों के लिए कोई व्यवस्थाएं नहीं है”, जानिए पूरा माजरा..

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

चित्रकूट: बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री लगातार इस वक्त सुर्खियों में आ रहे हैं। चित्रकूट की रहने वाली महिला 7 महीने से बागेश्वर धाम से लापता है। धीरेंद्र शास्त्री का महिला का पता बताने का दावा फेल हो गया है। महिला के पति ने बाबा बागेश्वर धाम के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा कि धीरेन्द्र शास्त्री ढोंगी है। गरीबों के नहीं बल्कि अमीरों के मसीहा है धीरेंद्र शास्त्री. पति दुर्गा प्रसाद ने बताया कि 7 महीने से बागेश्वर धाम के चक्कर काट रहे हैं। मध्य प्रदेश पुलिस में दुर्गा प्रसाद ने रिपोर्ट दर्ज करा दी है। देखना होगा कि आखिर बागेश्वर धाम की लीलाओं का कब होगा चमत्कार।

जनपद चित्रकूट के रहने वाले दुर्गा प्रसाद अपनी पत्नी के साथ बागेश्वर धाम जिला छतरपुर मध्य प्रदेश गए थे। 2 जुलाई 2022 को आस्था की चादर ओढ़कर दुर्गा प्रसाद बागेश्वर धाम पहुंचे थे। यहां पर परिक्रमा लगाते हुए उनकी पत्नी लापता हो गई। दुर्गा प्रसाद लापता पत्नी मेढिया की तलाश में बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के दरबार में पहुंचे। शास्त्री ने देख कहा कि आधे घंटे में तुम्हारी पत्नी मिल जायेगी।

फिलहाल 7 महीने हो चुके हैं। मध्य प्रदेश पुलिस ने गुमशुदगी का मामला लिख कर कागज का टुकड़ा दुर्गा प्रसाद सौप दिया। दुर्गा प्रसाद अपनी पत्नी के वियोग में दर दर भटक रहा है। अब धीरेंद्र शास्त्री को  ढोंगी बता रहा है।

इस घटना के बाद चित्रकूट के दुर्गा प्रसाद का कहना है कि बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री पूरी तरीके से अमीर आदमियों को ही मानते हैं, वहां गरीबों के लिए कोई व्यवस्थाएं नहीं है। मोबाइलों के माध्यम से जिस प्रकार से धीरेंद्र शास्त्री अपनी खूबियां बताते हैं वह एक प्रकार से दिखावा है।

हकीकत में वहां यदि कोई भी भक्त जाता है तो धीरेंद्र शास्त्री मुलाकात तक नहीं करते हैं। ऐसे में समझा जा सकता है कि यह दरबार सिर्फ अमीरों के लिए लगता है, गरीबों के लिए यह दरबार नहीं है। भगवान हम मानते हैं मगर धीरेन्द्र शास्त्री जिस प्रकार चमत्कार करने की बात करते हैं वो पूरी तरह से ढोंग है।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."