कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
जालौन। जनपद जालौन में आजकल हर जिलों में लगभग पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के रवैए को देखकर यही लगता है की कानून व्यवस्था पर ग्रहण लग चुका है। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के रामराज्य की परिकल्पना की बात करतीं हों और भ्रष्टाचार मुक्त करने की बात करतीं हों। लेकिन योगी सरकार की धज्जियां उड़ती दिखाई देंगी। यह काम कोई और नहीं कर रहा । बल्कि योगी सरकार की पुलिस प्रशासन ही कर रहा। क्योंकि जिला जालौन में अवैध कारोबार को बढ़ावा देने बाली कहीं न कहीं पुलिस प्रशासन के ऊपर सवालिया निशान उठता है ।
जालौन में थाना प्रभारी डकोर एवं थाना प्रभारी कदौरा क्षेत्र के अंतर्गत बढ़ते हुए अवैध कारोबार का इजाफा देखने को मिल रहा। जानकारी के अनुसार बालू खनन माफियाओं का दबदबा कायम हैं इसलिए खनन माफिया गुड्डू सिंह उर्फ बलवंत सिंह एवं अमित राय झांसी के द्वारा पार्टनर शिप होने की बजह से दबंग बालू खनन माफिया गुड्डू एवं सोनू व मौनू की देखरेख में घाट 5 नंबर 6 नम्बर अवैध चल रहे हैं जो कि थाना प्रभारी कदौरा पुलिस प्रशासन जिम्मेदार हैं। नदियों का सीना चीर कर 20+25 मीटर बालू निकालने का कार्य पोकलैंड मशीन व जेसीबी मशीनों की कोई गिनती ही नहीं है ओवर लोडिंग बालू सैकड़ों ट्रको में भरकर अवैध रूप से की जा रही।
ऐसा ही मामला सिमरिया थाना डकोर प्रभारी की देखरेख में चल रहा है। यह मामला सिर्फ जिला जालौन का ही नहीं है ऐसा ही मामला जनपद हमीरपुर में भी बड़ी संख्या में खनन माफियाओं द्वारा अवैध बालू निकालने का कार्य किया जा रहा है। दबंग खनन माफिया गुड्डू सिंह उर्फ बलवंत सिंह जैसे लोग राजस्व विभाग को करोड़ों रुपए का चूना लगा रहे हैं लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस प्रशासन चुपचाप तमाशा देख रहा है या फिर धन उगाही करने का मौका मिला। आखिर खनन विभाग के अधिकारी से लेकर जिला अधिकारी जालौन मौन क्यों हैं ऐसे खनन माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करने से क्यों बच रहे हैं। अभी सूत्रों द्वारा ज्ञात हुआ कि कालपी के SDM साहब कदौरा घाट जायजा लेने पहुंचे थे लेकिन क्या खनन माफियाओं से बातचीत हुई यह जानकारी नहीं। लेकिन एसडीएम साहब मौके से चुपचाप वहां से लौट कर चले आए।
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अवैध खनन माफियाओं के खिलाफ कई समाचार पत्रों के माध्यम से खबरें प्रकाशित की जा रही है लेकिन पुलिस के आला अधिकारी खनन माफिया भूमाफियाओं तथा रसूखदारों एवं कुछ सत्ता में बैठे छुटभैय्ए क्षेत्रीय चिंटू नेताओं के दबाव में कार्यवाही क्यों नहीं करतीं।
Author: samachar
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