कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
लखनऊ। बीकेटी के एसआर ग्लोबल कॉलेज की छात्रा प्रिया राठौर की मौत की जांच में टर्निंग प्वाइंट आ गया है। मौत से कुछ दिन पहले लिखी प्रिया की एक चट्टी पुलिस के हाथ लगी है। चिट्ठी किसी क्रिकेटर को लिखी गई है जो खलीलाबाद का रहने वाला है। अब इस खलीलाबादी क्रिकेटर का बयान तय करेगा की प्रिया की हत्या हुई या वो किसी हादसे का शिकार हुई थी।
प्रिया ने 5 दिसंबर को एक लेटर लिखा था। यह लेटर उसने किसी क्रिकेटर को लिखा था जो खलीलाबाद का रहने वाला है। लेकिन प्रिया ने उसका नाम नही लिखा है। लेटर पढ़कर समझ में आ रहा है की जिस वक्त प्रिया ने उसे ये चिट्ठी लिखी वो लड़का मैच खेलने के लिए कश्मीर गया हुआ था। प्रिया ने लिखा है की तुम्हारी कॉपी मेरे पास है जिसे दिव्यांसी के हाथ से भेज दूंगी। उसने यह भी लिखा है की कश्मीर से मेरे लिए कुछ जरूर लाना। घर पहुंचकर स्नैप चैट पर रिक्वेस्ट भेजूंगी, रिप्लाई जरूर करना। रिप्लाई नही किया तो बहुत मारूंगी। आखिर में लिखा है आपकी लंगोटिया यार, जिगरी दोस्त, पुरानी दुश्मन प्रिया राठौर।
लेटर में लिखा हॉस्पिटल में एडमिट हूं, वास्तव में घर पर थी
प्रिया ने 5 दिसंबर को लिखे इस लेटर में जिक्र किया है की वो बीमार है और हॉस्पिटल में एडमिट है। पत्र का मजमून बता रहा है की वो अपने दोस्त को बताना चाहती थी की वो हॉस्पिटल में एडमिट है, और वही से लेटर लिख रही है। जबकि प्रिया के पिता जसराम के मुताबिक 5 दिसंबर को प्रिया के तबियत खराब होने की जानकारी पर वो लखनऊ आए और उसे अपने साथ लेकर जालौन चले गए। घर जाने से पहले उरई में एक डॉक्टर को दिखाया जिसने कुछ मामूली दवाएं देकर घर भेज दिया था। सवाल उठ रहा है की फिर प्रिया अपने इतने गहरे दोस्त को गुमराह क्यों कर रही थी।
पिता का दावा हत्या को आत्महत्या दिखाने की साजिश रच रही पुलिस
जसराम राठौर का कहना है की 5 दिसंबर को दोपहर में वो लखनऊ पहुंचे। इस समय तक किसी भी हॉस्पिटल में पर्चा बनने का समय नहीं था। लिहाजा वो 2 बजे मुंबई जाने वाली ट्रेन से बेटी को लेकर उरई आ गए। ऐसे में प्रिया हॉस्पिटल में एडमिट होने की बात क्यों लिखती। उनका कहना है की बेटी की हत्या को आत्महत्या में बदलने के लिए पुलिस इस तरह के लेटर लिखकर खुद मीडिया तक पहुंचा रही है। हालाकि पुलिस अफसरों का कहना है की प्रिया ने जिस लड़के को चिट्ठी लिखी है उससे अभी पूछताछ चल रही है। शक के दायरे में आए हर शख्स की पड़ताल की जा रही है।
Author: samachar
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