सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट
देवरिया। मानोदय विद्यालय भेड़िया चेरो मे बच्चों द्वारा सोशल मीडिया पर नाटक कर लोगों को सोशल मीडिया का उपयोग और दुरुपयोग के बारे में सिखाया और साथ ही साथ पढ़ाई करने वाले बच्चों को सोशल मीडिया से कितना संबंध रखना चाहिए और कितना संबंध नहीं रखना चाहिए का पूरा वृतांत सुनाया बच्चों ने ड्रामा मे अंतिमा कुशवाहा ने व्हाट्सएप,पूजा यादव ने फेसबुक ,रानी गुप्ता ने इंस्टाग्राम ,राधा ने टि्वटर,पायल ने गूगल, जानकी कुशवाहा ने टिक टॉक ,खुशी ने बेटी,आदिति गुप्ता ने डॉक्टर,अनुष्का त्रिवेदी ने फ्रेंड ,अंजलि ने मम्मी एवं अमृता कुशवाहा ने पापा का रोल अदा कर लोगों को सीख दिए ।
मानोदय विद्यालय में प्रोग्राम तो खूब हुए परंतु इस नाटक का वीडियो खूब वायरल हुआ एवं ये नाटक लोगो के मन को भा गई।
इस विद्यालय के बच्चों ने विद्यालय के प्रधानाचार्य मधुसूदन त्रिवेदी की अध्यक्षता में विद्यालय के नजदीकी गांव में जैसे रामपुर चांदपलिया तकिया टोला भेड़िया आदि गांव में प्रभात फेरी निकाले साथ साथ हर गांव में लगभग 5-5 पापुलर जगह पर देश का तिरंगा फहराया एवं उस उस गाँव के लोगों ने बड़ी श्रद्धा पूर्वक पूरे विद्यालय के बच्चों को मिष्ठान वितरित किया।
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बच्चों ने नाटक के माध्यम से सोशल मीडिया के प्रभाव को बताया
1 – यह बहुत तेज गति से होने वाला संचार का माध्यम है।
2- यह जानकारी को एक ही जगह इकट्ठा करता है।
3- सरलता से समाचार प्रदान करता है।
4- सभी वर्गों के लिए है, जैसे कि शिक्षित वर्ग हो या अशिक्षित वर्ग।
5- यहां किसी प्रकार से कोई भी व्यक्ति किसी भी कंटेंट का मालिक नहीं होता है।
6- फोटो, वीडियो, सूचना, डॉक्यूमेंटस आदि को आसानी से शेयर किया जा सकता है।
बच्चों ने सोशल मीडिया की परिभाषा कुछ इस प्रकार दी
सोशल मीडिया एक अपरंपरागत मीडिया (nontraditional media) है। यह एक वर्चुअल वर्ल्ड बनाता है जिसे इंटरनेट के माध्यम से पहुंच बना सकते हैं। सोशल मीडिया एक विशाल नेटवर्क है, जो कि सारे संसार को जोड़े रखता है। यह संचार का एक बहुत अच्छा माध्यम है। यह द्रुत गति से सूचनाओं के आदान-प्रदान करने, जिसमें हर क्षेत्र की खबरें होती हैं, को समाहित किए होता है।
सोशल मीडिया के दुष्प्रभाव को उन्होंने इस तरह समझाया
1- यह बहुत सारी जानकारी प्रदान करता है जिनमें से बहुत सी जानकारी भ्रामक भी होती है।
2- जानकारी को किसी भी प्रकार से तोड़-मरोड़कर पेश किया जा सकता है।
3- किसी भी जानकारी का स्वरूप बदलकर वह उकसावे वाली बनाई जा सकती है जिसका वास्तविकता से कोई लेना-देना नहीं होता।
3- यहां कंटेंट का कोई मालिक न होने से मूल स्रोत का अभाव होना।
4- प्राइवेसी पूर्णत: भंग हो जाती है।
5- फोटो या वीडियो की एडिटिंग करके भ्रम फैला सकते हैं जिनके व्दारा कभी-कभी दंगे जैसी आशंका भी उत्पन्न हो जाती है।
6- सायबर अपराध सोशल मीडिया से जुड़ी सबसे बड़ी समस्या है।
बच्चों के नाटक के बाद संचालक अमरेंद्र मौर्या ने बताया कि लोकप्रियता के प्रसार में सोशल मीडिया एक बेहतरीन प्लेटफार्म है।
उक्त अवसर पर पंकज कुमार,अतुल प्रजापति, डॉक्टर कर्मवीर चौहान, प्रबंधक आर सी कुशवाहा, श्रीकांत कुशवाहा, पं०रामजीत द्विवेदी आदि सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."