दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
कानपुर: यूपी के कानपुर जिले में एक 6 साल की बच्ची की गुहार सुनकर थाना प्रभारी भी भावुक हो गए। बच्ची ने थाने पहुंचकर कहा ‘मेरे पापा निर्दोष हैं, प्लीज उन्हें छोड़ दीजिए’ मासूम से पिता को छोड़े जाने की गुहार पर हत्या के आरोप में पकड़े गए बच्ची के पिता को छोड़ दिया गया। बता दें कि यह मामला कानपुर के महाराजपुर थाने का है। इस दौरान थाना प्रभारी की आंखे नम हो गईं। वहीं पुलिस ने 6 साल की मासूम को गोद में लेकर पिता से दूर होने की व्याकुलता औऱ मासूमियत को समझकर बच्ची के पिता को घर जाने दिया। बच्ची की पिता ने पुलिस कस्टडी में 72 घंटे बिताए।
आरोपी के भाई से पुलिस कर रही थी पूछताछ
बच्ची की गुहार के दौरान थाने में मौजूद सभी लोग भावुक हो गए। वहीं थाना प्रभारी ने बच्ची से नाम, पिता का नाम और उसकी पढ़ाई को लेकर बात की। बता दें कि महाराजपुर निवासी अनुज पाल की हत्या के बाद उनकी बहन का देवर मोहित भाग निकला। वहीं अनुज की हत्या मामले में आरोपी के भाई लखन को महाराजपुर थाने की पुलिस ने पूछताछ के लिए कस्डटी में लिया था। लखन पाल आरोपी मोहित के बड़े भाई हैं। हत्या के बाद आरोपी के भाई लखन को थाने लाया गया था। पुलिस बुधवार से लगातार आरोपी के भाई से मामले पर पूछताछ कर रही थी। जिसके बाद लखन की 6 साल की बेटी गुड़िया अपने घरवालों के साथ शनिवार को थाने पहुंची थी।
पिता के आंखों में भी आए आंसू
जहां पर वह थाना प्रभारी सतीश राठौर की कुर्सी के पास जाकर हाथ जोड़ कर बोली, मामा को चाचा ने मारा है, मेरे पापा ने कुछ नहीं किया, सर मेरे पापा को छोड़ दीजिए। वहीं बच्ची की मासूमियत देख कोतवाल ने कुर्सी से उठकर उसे गोद में उठा लिया। इसके बाद उन्होंने बच्ची को फल मंगाकर दिए। वहीं थोड़ी देर बाद थाना प्रभारी ने कस्टडी में लिए गए लखन पाल को छोड़ दिया। छोड़ने से पहले लखन के सामने शर्त रखी गई कि जब जरूरत होगी तो उसे थाने आना होगा और आरोपी मोहित की गिरफ्तारी में पुलिस की मदद करनी होगी। वहीं पिता के साथ घर जाते समय मासूम ने थाना प्रभारी को थैंक्यू बोलकर सभी का दिल जीत लिया। इस दौरान उसके पिता की आंखों में भी आंसू आ गए।
Author: samachar
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