निर्मल महंत की रिपोर्ट
रायपुर। बागेश्वर धाम के महाराज पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दिव्य दरबार में ओडिशा के तीन लोगों ने धर्म वापसी करके सनातन धर्म को अपनाने की घोषणा की।इससे पहले दिव्य दरबार में महाराज ने अनेक भक्तों की अर्जी सुनी। उनकी समस्याओं को पूछे बिना ही पहले से ही कागज पर लिखकर रखा और समाधान करने बागेश्वर बाबा पर विश्वास रखने कहा। एक भाजपा नेत्री से कहा कि वे चुनाव लडने की इच्छुक हैं, इस पर नेत्री ने स्वीकार किया कि वे दक्षिण विधानसभा से चुनाव लड़ना चाहती हैं। भाजपा से टिकट पाने के लिए प्रयासरत भी हैं। एक महिला से कहा कि उनकी बेटी का मर्डर हो चुका है, तुम्हारा तलाक हो चुका है। एक से कहा कि तुम्हारे बेटे को गुस्सा आता है, उसका कैरियर बन जाएगा। एक महिला को ढाई साल के भीतर संतान होने की बात कही।
दिव्य दरबार के एक घंटे बाद कथा प्रारंभ करने के दौरान पं.शास्त्री की आंखों से आंसू छलक पड़े। उन्होंने कहा कि देशभर से मीडिया वाले हमें एक्सपोज करने आए थे। बालाजी ने रायपुर के गुढि?ारी मैदान में इतिहास रच दिया। हम पर लगाए गए आरोप से हम दुखी थे, पूरी रात नहीं सो पाए, हमारी संन्यासी बाबा से लड़ाई हो गई कि हम पर लोग उंगली उठा रहे। सुबह हमें नींद लगी और बाबा ने सपने में आकर आशीष दिया कि हमारा कुछ नहीं बिगड़ेगा। सभी कार्यकर्ता भी परेशान थे, आखिरकार चार लाख लोगों के सामने लगे दरबार में सत्य की जीत हुई।
महाराज ने कहा कि हमने अब प्रण लिया है कि किसी को परीक्षा नहीं देंगे। बालाजी की कृपा से रायपुर की धरती से पूरे देश में संदेश गया है। हम सनातन धर्म को बचाने के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर देंगे। दरबार में चुनौती स्वीकार करके हमने मुंह तोड़ जवाब दिया है। इससे पाखंडी लोग तिलमिला गए हैं, विधर्मी लोग कुछ और तर्क निकालेंगे। हम सनातनियों को उन विधर्मियों से डरना नहीं है।
Author: samachar
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