दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
शंकराचार्य से लेकर कुछ नेताओं तक को बाबा के कथित चमत्कार पर शंका है। कुछ लोग इसे उनका तुक्का बता रहे हैं। इन आरोपों से बेफिक्र बाबा ने अपने कथित चमत्कार का लाइव डेमो दिया था। अब कथाओं में उनका अलग स्वैग दिख रहा है। रायपुर में कथा कहते हुए उनका एक वीडियो वायरल है। इसमें बाबा दहाड़ रहे हैं। पंडित धीरेंद्र शास्त्री कह रहे हैं कि मिशनरियों को डर है कि ये आदमी चार साल में उनका 20 साल का प्रोग्राम फेल कर देगा। बागेश्वर धाम सरकार कहते हैं कि इतना खौफ होना जरूरी है। वहीं, महाराष्ट्र से 30 लाख इनाम की बात पर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा है कि मैं फ्री में बताऊंगा। तुम रायपुर आ जाओ, यहां से गीला कर भेजूंगा।
हम हिंदू शेर हैं, डरपोक नहीं
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने दहाड़ते हुए कहा कि हम हिंदू शेर हैं, डरपोक नहीं। उन्होंने कहा कि गीदड़ की भभकियां दूसरों को भाती होंगी, हम संन्यासी बाबा की परंपरा के हैं। जो कहते हैं कि भगवान नहीं होते हैं और शक्तियां नहीं होती हैं, हम उनमें से तमाचा मारने वाले हैं। हमें अपने ईष्ट पर भरोसा है। हम न तो कोई भगवान नहीं, न ही कोई चमत्कार करते हैं। हमें जो आभास होता है, उसे हम लिख देते हैं।
बागेश्वर धाम सरकार पर अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति ने सवाल उठाए थे। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री लगातार अपनी कथाओं में उस संस्था के संचालक पर सवाल उठा रहे हैं। रायपुर में कथा सुनाते हुए बागेश्वर सरकार ने कहा कि उसके बाल चले गए हैं। उस आदमी को सस्ती लोकप्रियता चाहिए थी। अब वो दूसरी यात्रा की तैयारी में है। उसे कोई पूछ नहीं रहा था तो सोचा कि बागेश्वर धाम को टारगेट बनाओ। मैंने अब न्यूज वालों के सामने दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया है।
किसी पादरी और मौलवी में ताकत नहीं
बाबा अपने भक्तों से बात करते-करते उग्र हो जाते हैं। इस बीच वह कहते हैं कि भारत में किसी मौलवी और पादरी में बागेश्वर धाम के सवालों का सामना करने की ताकत नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि उनके चमत्कारों में भी शक्ति नहीं है। हम उनकी ठठरी बांध देंगे। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि हम ऐसा कोई कृत्य नहीं करेंगे, जिससे सनातन धर्म को झुकना पड़े। हमारा किसी से विरोध नहीं है। विवादों में हम पड़ना नहीं चाहते हैं।
न्यूज चैनलों के लिए मजे
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री लगातार चर्चा में हैं। अपने पागलों के सामने वह न्यूज चैनलों के मजे लिए हैं। बागेश्वर सरकार अपने भक्तों को पागल कहते हैं। उन्होंने कहा कि इस देश में गरीबी और भुखमरी मुद्दा नहीं। बागेश्वर सरकार अंधविश्वास फैला रहे ये मुद्दा है। ये उनमें खौफ है। अपने प्रति ये खौफ है तो ये होना चाहिए। हम डरते नहीं, जल्द ही महाराष्ट्र भी जाने वाले हैं। बागेश्वर सरकार ने कहा कि हम जैसे को तैसा जवाब देते हैं। उन्होंने न्यूज चैनलों के मजे लेते हुए कहा कि उनका डिबेट ही खत्म नहीं हो रहा है। बेचारे पानी तक नहीं पी पार रहे हैं। हमें भी नहीं पीने दे रहे हैं।
पहले मेरा नाम होने दो
वहीं, इस बार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का शायराना अंदाज भी देखने को मिला है। वह कहते हैं कि बदनाम करने का बहाना ढूंढता है जमाना, मैं खुद बदनाम हो जाऊंगा पहले मेरा नाम होने दो। अभी सूरज नहीं डूबा, जरा सी शाम होने दो। इसके बाद अपने भक्तों से वह कहते हैं कि तुम लोग इस चक्कर में नहीं आए हो। तुम सभी तो किसी और चक्कर में आए हो। मैं तो ऐसे ही बताने लगा था।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."