प्रशांत झा की रिपोर्ट
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया है कि राज्य में जनसंख्या नियंत्रण में नहीं आएगी क्योंकि महिलाएं शिक्षित नहीं हैं और पुरुष लापरवाह हैं। जनता दल-यूनाइटेड (जेडीयू) सुप्रीमो शनिवार को अपनी समाधान यात्रा के बीच वैशाली में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने यह बयान दिया, सीएम नीतीश के साथ डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी मंच पर मौजूद थे।
नीतीश कुमार वैशाली के बीका में जीविका दीदीयों को संबोधित कर रहे थे। प्रजनन दर पर जागरूकता के लिए बोलते वक्त उनकी मंशा भले ही अच्छी थी, लेकिन उनके बयान ने विपक्ष को इसे मुद्दा बनाने का मौका दे दिया है। सीएम नीतीश कुमार ने कहा, “अगर महिलाएं पढ़ती हैं तो प्रजनन दर गिर जाएगी। यह हकीकत है। आजकल महिलाएं पढ़ी-लिखी नहीं हैं। पुरुष को यह ध्यान नहीं रहता कि उसे हर दिन बच्चे को जन्म नहीं देना है।”
बिहार के मुख्यमंत्री ने जनसंख्या वृद्धि पर कहा, “आज अगर महिलाएं नहीं पढ़ी हैं, जो मर्द लोग अपने तारिके से रोज़-रोज़ करते हैं रहते हैं, उसको ध्यान में ही नहीं रहता कि बच्चा पैदा नहीं करना है। महिला पढ़ी रहती है तो उनको सब चीज़ों का ज्ञान हो जाता है कि भाई कैसे हमको बचना है….”
बिहार के सीएम की जनसंख्या वृद्धि पर की गई टिप्पणी पर भाजपा हमलावर हो गई है। भाजपा ने उनके बयान को अभद्र बताया और राज्य की छवि खराब करने का आरोप लगाते हुए जमकर आलोचना की। बिहार विधान परिषद में विपक्ष के नेता सम्राट चौधरी ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया है कि उन्होंने सार्वजनिक रूप से अभद्र और अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया है।
चौधरी ने ट्वीट किया, ”मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा अभद्र शब्दों का प्रयोग असंवेदनशीलता की पराकाष्ठा है। ऐसे शब्दों का प्रयोग कर वे मुख्यमंत्री पद की गरिमा को धूमिल कर रहे हैं।”
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Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."