दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
अतर्रा(बांदा)। श्रीमती रामबाई दीक्षित स्मृति लेखक सम्मान – 2022 से आलोक मिश्रा, दिल्ली को उनकी पुस्तक (बच्चे मशीन नहीं हैं ) और दिनेश कर्नाटक को (शिक्षा में बदलाव की चुनौतियां) के लिए सम्मानित किया गया।
चित्रकूट में आयोजित एक सम्मान समारोह में पद्मश्री बाबूलाल दाहिया, समाजसेवी गोपाल भाई, साहित्यकार चंद्रिका प्रसाद दीक्षित ललित एवं शिक्षाविद बाबूलाल दीक्षित द्वारा सम्मान पत्र, स्मृति चिह्न, शॉल, श्रीफल, मेडल, लेखनी एवं 1100/- रुपए की धनराशि भेंटकर सम्मानित किया गया। दिनेश कर्नाटक उपस्थित नहीं हो सके। इसी क्रम में शिक्षा सम्मान से आसिया फारूकी एवं रामकिशोर पांडे को सम्मानित किया गया।
उक्त जानकारी देते हुए श्रीमती रामबाई दीक्षित स्मृति शिक्षा एवं लेखक सम्मान के संस्थापक प्रमोद दीक्षित मलय ने बताया कि गत दिवस अखिल भारतीय समाज सेवा संस्थान चित्रकूट में आयोजित शैक्षिक संगोष्ठी एवं शिक्षक सम्मान समारोह में शैक्षिक कृति हेतु दिल्ली निवासी आलोक मिश्रा को उनकी कृति (बच्चे मशीन नहीं हैं) एवं दिनेश कर्नाटक (शिक्षा में बदलाव की चुनौतियां) के लिए सम्मानित किया गया। शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए आसिया फारूकी (फतेहपुर) एवं रामकिशोर पांडेय (बांदा) को सम्मानित किया गया। सम्मान स्वरूप प्रत्येक को सम्मान पत्र, स्मृति चिह्न, शॉल, मैडल, लेखनी, श्रीफल और 1100/- रुपए की राशि भेंट की गई। इस अवसर पर समारोह की अध्यक्षता करते हुए गोपाल भाई ने कहा कि प्रमोद दीक्षित मलय द्वारा अपनी मां की स्मृति में स्थापित शिक्षा एवं लेखक सम्मान समाज में माता-पिता एवं शिक्षकों के प्रति सम्मान की भावना में वृद्धि करेगा।
सारस्वत अतिथि चंद्रिका प्रसाद दीक्षित ललित ने मां की स्मृति में स्थापित सम्मान को एक रचनाधर्मी प्रयास बताते हुए सार्थक प्रयास की संज्ञा दी। मुख्य अतिथि पद्मश्री बाबूलाल दाहिया ने श्रीमती रामबाई दीक्षित शिक्षा सम्मान को पारिवारिक शिक्षा एवं संस्कार को जीवंत बनाने की दिशा में सकारात्मक पहल कहते हुए आयोजन की सराहना की। कार्यक्रम में 17 जनपदों से 38 शिक्षक-शिक्षिकाएं शामिल हुए।
लेखक सम्मान हेतु चयनित दिनेश कर्नाटक उपस्थित नहीं हो सके तो सम्मान सामग्री डाक द्वारा भेज दी जायेगी। आभार प्रदर्शन प्रमोद दीक्षित मलय ने किया।
Author: samachar
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