कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
लखनऊ। तहसील सरोजिनी नगर क्षेत्र के अंतर्गत राजस्व विभाग के अधिकारियों की बात किसी से छिपी नहीं। जिस तरह से सरकारी अधिकारी भूमाफियाओं से सांठगांठ करके भूमि को अधिग्रहण कराई जा रही है। सैकड़ों पीड़ित गरीब परिवारों को उपजिलाधिकारी सरोजिनी नगर के नेतृत्व में लेखपालों के द्वारा भूमाफियाओं के इशारे पर पीड़ित परिवारों के घरों पर विना जानकारी दिए घरों पर बोलडोजर चलाकर जमींदोज कर दिया गया।
आज पीड़ित परिवार सिर्फ प्रापर्टी डीलर के इशारे पर राजस्व विभाग के लेखपाल एवं तहसीलदार तथा नायब तहसीलदार की मिलीभगत से एक झटके में तोड़ दिया।
भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष मुकेश शर्मा ने बताया कि राजस्व विभाग के उपजिलाधिकारी की मनमानी के चलते रसूखदारों एवं भूमाफियाओं के साथ मिलकर धन उगाही की जा रही। साथ ही पीड़ित महिला अपने मकान में 1987 से काविज थी लेकिन पीड़ित महिला की मदद करने का भरोसा देते हुए माननीय सांसद कौशल किशोर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को पत्र लिखकर अवगत कराया। यह प्रकरण ग्राम भागूं खेड़ा का बताया गया।
दूसरे प्रकरण की बात करें तो ग्राम सभा सराय शहजादी कटी बगीया से हरौनी रोड पर समुदायक शौचालय केन्द्र के बगल में खसरा संख्या 345 व 346 पर चकरोड से लेकर पूरा नाला को लेखपाल के द्वारा जबरन भूमाफियाओं को कब्जा करना दिया गया।
उक्त घटनाक्रम के संदर्भ में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता चंदर सिंह राठौड़ तथा जितेन्द्र सिंह ने बताया कि उपजिलाधिकारी सरोजिनी नगर को लिखित शिकायत दर्ज कराई गई लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई और रातो- रात भूमाफियाओं को कब्जा कराया। सैकड़ों ग्रामीणों ने एकत्रित होकर इसका विरोध प्रदर्शन किया लेकिन भूमाफिया विजय शंकर गुप्ता पुत्र रामदास गुप्ता व अंकित गुप्ता पुत्र विजय कुमार गुप्ता निवासी 19/843 इन्द्रानगर लखनऊ को करोड़ों रुपए की सरकारी भूमि अधिग्रहण कराई जा चुकी। सैकड़ों ग्रामीणों के साथ आए सरवन कुमार पुत्ती लाल अशीष जगदीश इन्दल जितेन्द्र सिंह अनुप रामचन्द्र गंगा चरन रामनरेश राजेश कुमार आदि लोग मौजूद रहे और रास्ते खुलवाने की मांग पर खड़े होकर सरकार के ऊपर नाराजगी जताई।
ऐसा ही हाल तीसरी ग्राम सभा में देखने को मिला जो कि निर्माण कार्य शुरू होने से पहले पत्रकारों ने लेखपाल से लेकर तहसीलदार व नायब तहसीलदार तथा उपजिलाधिकारी महोदय के समकक्ष जाकर बताया लेकिन उपजिलाधिकारी से लेकर सभी राजस्व विभाग के अधिकारियों ने निर्माण कार्य रुकवाने की बात करते रहे लेकिन न कोई कार्रवाई की गई और न निमार्ण कार्य रोका गया। आज सरकारी भूमि पर पूर्ण रूप से निर्माण कार्य हो गया है लेकिन राजस्व विभाग की कार्रवाई चल रही है।
उत्तर प्रदेश में चल रही योगी आदित्यनाथ की सरकार कितने भी सख्त निर्देश जारी करें लेकिन योगी के निर्देशों को अधिकारी हवा हवाई उड़ाते नजर आ रहे हैं। राजधानी लखनऊ में स्वयं मुख्यमंत्री के नाक के नीचे भ्रष्टाचार पनप रहा है तो उत्तर प्रदेश के लोगो का क्या हाल है?
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."