सुरेन्द्र प्रताप सिंह की रिपोर्ट
डूंगरपुर (राजस्थान)। तीन बेटियों की मां ने बेटे की चाह की। गर्भवती हुई और अस्पताल पहुंची। ईश्वर इतना मेहरबान हुआ कि एक नहीं एक साथ तीन बेटे दे दिए। हांलाकि प्री मैच्योर डिलेवरी के कारण मां और नवजात बच्चों को करीब एक महीने के लिए अस्पताल में रहना पडा लेकिन अब वे स्वस्थ हैं। सभी को जरुरी हिदायतों के साथ अवकाश दे दिया गया है। मामला डूंगरपुर जिले का है। बच्चों को देखने के लिए आसपास के लोगों की भीड़ पहुंच रही है।
जब डिलेवरी कराई तो एक के बाद एक तीन बेटे पैदा हुए
डूंगरपुर जिले के सांगवाड़ा कस्बे में स्थित पंडित दीनदयाल चिकित्सालय में ये बच्चे जन्में हैं। डिलेवरी कराने वाले डॉक्टर ईस्माइल ने बताया कि पिंडावल गांव में रहने वाली बदू देवी को पिछले 25 तारीख को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। समय से पहले ही प्रसव पीडा होने के चलते ऐसा किया गया। अस्पताल में जांच पड़ताल की तो पता चला कि उनके गर्भ में एक से ज्यादा बच्चे हैं। जब डिलेवरी कराई गई तो एक के बाद एक तीन बेटे पैदा हुए। हांलाकि तीनों बच्चे समय से कुछ पहले जन्मे तो तीनों को कई दिनों तक डॉक्टरों की देखरेख में रखा गया। अब बच्चों को छुट्टी दी गई है।
हजारों केस में एकाध होते हैं ऐसे मामले
डॉक्टर ईस्माइल ने बताया कि बदू देवी के पहले से तीन बेटियां हैं, उनको एक बेटा चाहिए था। परिवार के दबाव में वे गर्भवती हुई और अब एक साथ तीन बेटे हो गए। इस तरह के मामले हजारों केस में चुनिंदा ही निकते हैं। तीनों बच्चों को आने वाले एक साल तक विशेष देखभाल करने के लिए कहा गया है ताकि किसी तरह की परेशानी नहीं हो। बदू देवी की उम्र करीब तीस साल है। अजमेर में भी पिछले दिनों एक महिला के एक साथ तीन बच्चे हुए थे।
Author: samachar
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