दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
कानपुर: सपा विधायक इरफान सोलंकी महिला के प्लाट कब्जा करने की कोशिश व आगजनी, फर्जी आधार कार्ड से हवाई यात्रा, बांग्लादेशी नागरिक रिजवान मोहम्मद को भारतीय बताने का प्रमाण पत्र देने के आरोप में जेल में बंद है। इरफान सोलंकी बुधवार को प्रशासनिक आधार पर कानपुर जिला कारागार से महराजगंज जिला कारागार के लिए रवाना हो गए। वो जेल से जब बाहर आए तो हाथ में कुरान लिए हुए थे। परिवार को देखते ही उनकी आंखों में आंसू आ गए। मगर पुलिस ने किसी से मिलने नहीं दिया। पुलिस के काफिले के अलावा उनके परिवार के कुछ लोग और समर्थक भी महराजगंज तक साथ गए हैं।
हाथ में कुरान लेकर पहुंचे महराजगंज जेल
वहीं मीडिया की तरफ बढ़ते ही पुलिस ने उन्हें गाड़ी की तरफ चलने के लिए कहा। इस पर इरफान नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि धक्का क्यों देते हो? इस पर पुलिस और इरफान के बीच नोकझोंक भी हो गई। दस मिनट के अंदर ही पुलिस गाड़ी में इरफान को बैठाकर महाराजगंज के लिए रवाना हो गई। काली पेंट और सफेद जैकेट पहने इरफान सोलंकी जेल से बाहर आए तो उनके हाथों में एक किताब भी थी। जब इरफान से पूछा गया कि क्या ये कुरान है तो उन्होंने जवाब में सिर हिला कर हां कहा। दूसरी ओर जेल के बाहर पत्नी नसीम सोलंकी और बच्चों के साथ अन्य परिवारीजन उनका इंतजार कर रहे थे। परिवार वालों को देखते ही उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े।
विधायक से 50 पन्नों में 1350 बार कराए हस्ताक्षर
मंगलवार को पुलिस की एक टीम बांग्लादेशी नागरिक डॉ. रिजवान मोहम्मद व उसके परिवार को अपने लेटरहेड पर भारतीय होने का प्रमाण पत्र देने के मामले में विधायक इरफान सोलंकी से मिलने के लिए पहुंची थी। इस दौरान विधायक से 50 पन्नों में 1350 बार हस्ताक्षर कराए, जिनका मिलान लेटरहेड पर हुए हस्ताक्षरों से कराया जाएगा। इस दौरान विधायक खिसिया भी गए और अभद्र शब्दों का इस्तेमाल भी किया। टीम को करीब एक घंटे का समय हस्ताक्षर के नमूने एकत्र करने में लगा।
Author: samachar
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