दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
मुरादाबाद, भारतीय रेलवे देश के लोकप्रिय परिवहन सुविधाओं में से एक मानी जाती है। लंबी दूरी का सफर तय करने के लिए अधिकतर लोग ट्रेन से यात्रा करने को प्राथमिकता देते हैं। यहां तक कि एक शहर से दूसरे शहर जाने के लिए भी पहले ट्रेन का विकल्प देखा जाता है, ट्रेनों की समय पर अनुपलब्धता के कारण ही बस या अन्य परिवहनों की तरफ रुख किया जाता है। कम समय और कम किराए के कारण ही ट्रेन में यात्रा करना लगभग सभी को पसंद हैं, लेकिन ट्रेन का दुरुपयोग करने वालों की भी देश में कमी नहीं है।
27 पुलिकर्मी बिना टिकट पकड़े गए
ट्रेन में सफर करने के दौरान आपने अक्सर देखा होगा कि कुछ लोग बिना टिकट ही यात्रा कर रहे होते हैं, इनमें से कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जो सरकारी कर्मचारी या पुलिसकर्मी होते हैं। बिना टिकट यात्रा करना एक दंडनीय अपराध है, यह जानते हुए यूपी पुलिस के 27 कर्मचारी मंगलवार को बिना टिकट यात्रा करते पकड़े गए। इन पुलिसकर्मियों में दारोगा रैंक के अधिकारी भी शामिल थे।
एसीएम ने उतारी वर्दी की हनक
बेटिकट यात्रा करते हुए पकड़े जाने पर यूपी पुलिस के खाकीधारियों ने वर्दी की हनक दिखाई। जांच के दौरान जब उनसे जुर्माना भरने का कहा गया तो जुर्माना भरना तो दूर टिकट बनवाने से ही इनकार कर दिया। इस दौरान जांच टीम में शामिल सहायक वाणिज्य प्रबंधक नरेश कुमार ने उनका फोटो लेकर पुलिस महानिदेशक को भेजने की चेतावनी दी तो उनकी सारी हनक उतर गई और जुर्माना भरकर टिकट बनवा लिया।
यहां पढ़िए पूरी कहानी
दरअसल, मुरादाबाद मंडल के सहायक वाणिज्य प्रबंधक नरेश कुमार की नेतृत्व में विशेष टीम मंगलवार सुबह 11 बजे मेरठ से लखनऊ जाने वाली राज्यरानी एक्सप्रेस में सवार हो गई। इसमें 27 पुलिस वाले बिना टिकट सफर कर रहे थे, जिनमें कुछ दारोगा भी थे। जब उनसे जुर्माना देकर टिकट बनवाने के लिए कहा तो अपनी वर्दी की हनक दिखाने लगे। जुर्माना तो दूर टिकट बनवाने से भी इनकार कर दिया।
एसीएम नरेश कुमार ने टिकट निरीक्षकों ने कहा कि सभी का फोटो लिया जाए, ये फोटो पुलिस महानिदेशक के पास भेजेंगे। इसके बाद पुलिस वालों ने बिना विरोध किए जुर्माना देकर टिकट बनवा लिए। एसीएम ने बताया कि चेकिंग टीम ने 140 बिना टिकट व अनियमित टिकट वालों को पकड़ा। जिसमें पुलिस कर्मी भी शामिल थे। सभी से 71,160 रुपये जुर्माना लेकर छोड़ दिया।
Author: samachar
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