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18 January 2025 4:40 pm

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काम कुछ नहीं खर्चा 2 लाख रुपए महीना ;  बांग्लादेशी नागरिक डॉ. रिजवान के खाते में कौन भेज रहा था इतनी बड़ी रकम

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

कानपुर: यूपी के कानपुर में एक बांग्लादेशी नागरिक परिवार के साथ छिपकर कर रह रहा था। जांच एजेंसियों ने बांग्लादेशी नागरिक डॉ. रिजवान को देश की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा माना है। उसके पास से फर्जी दस्तावेज और बांग्लादेश समेत भारतीय पासपोर्ट (Indian Passport) मिले थे।

पुलिस रिजवान के परिवार की बैंक (Bank) डिटेल खंगाल रही है। रिजवान के परिवार के पास चार बैंक खाते हैं, जिसमें रिजवान के बैंक खाते में एक गुमनाम शख्स ने नंवबर महीने में 8 लाख रुपए डाले थे। रिजवान के परिवार के महीने का खर्च दो लाख रुपए था, जबकि वो कोई काम नहीं करता है, उसके पास इतनी रकम कहां से आई, पुलिस के लिए यह जांच का विषय बना हुआ है।

बांग्लादेशी नागरिक डॉ. रिजवान ने पुलिस हवाला कारोबार से जुड़े होने की बात बताई थी। रिजवान हवाला का कारोबार करता है। कोर्ट में यह साबित करना सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है।

पुलिस ने बुधवार को कोर्ट से रिजवान की 14 दिनों की कस्टडी रिमांड के लिए याचिका दाखिल की थी। शुक्रवार को रिमांड याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने रिमांड देने से इंकार कर दिया है। ऐसे में पुलिस की मुस्किलें बढ़ गई हैं। अब पुलिस जेल में डॉ. रिजवान के बयान दर्ज करेगी। इसके बाद दोबारा रिमांड के लिए कोर्ट में अर्जी लगाएगी।

पुलिस 6 लोगों को भेज चुकी है जेल

कानपुर में एक बांग्लादेशी परिवार बीते कई वर्षों से छिपकर रह रहा था। बंग्लादेश में रहने वाला रिजवान कई साल पहले कानपुर आया था, उसने कानपुर में हिना नाम की युवती से शादी कर ली। हिना से उसके एक बेटा, दो बेटियां हैं। रिजवान बंग्लादेश, पाकिस्तान, मलेशिया, नेपाल समेत कई देशों की यात्रा कर चुका है।

पुलिस ने बीते रविवार (11 दिसंबर) को परिवार समेत अरेस्ट किया था। पुलिस जांच कर रही है कि उसका विदेशी यात्रा करने का क्या उद्देश्य था। पुलिस ने इस मामले में 6 लोगों को जेल भेज चुकी है। पुलिस ने गिरफ्तारी के दौरान रिजवान के घर से 14 लाख कैश बरामद किया था। इसके साथ ही बड़ी मात्रा में विदेशी करेंसी भी मिली थी।

बांग्लादेश में बनाई करोड़ों की संपत्ति

डॉ. रिजवान ने बांग्लादेश में करोड़ों की संपत्ति बनाई है, जबकि रिजवान कोई काम नहीं करता है, उसके पास इतना रुपया कहां से आया है। कौन फंडिंग करता है, उसके परिवार का लगभग दो लाख रुपए महीने का खर्च है। उसकी आमदनी का जरिया हवाला कारोबार माना जा रहा है। पुलिस इसकी भी जांच कर रही है कि यदि रिजवान हवाला का कारोबार करता था, तो उस पैसे को इन्वेस्ट कहां करता था।

सपा विधायक ने रिजवान को पहचानने से किया इंकार

गुरूवार को सपा विधायक इरफान सोलंकी से जेल में पूर्व विधायक सतीश निगम मिलने पहुंचे थे। इरफान ने बांग्लादेशी नागरिक को पहचानने से इंकार कर दिया है।

सपा विधायक इरफान सोलंकी पर आरोप है कि विधायक ने अपने लेटरहेड पर पत्र लिख दिया था कि मैं इस परिवार को जानता हूं, यह भारतीय नागरिक हैं। इसके बाद सभी का आधार कार्ड बना था।

बिना नंबर का है लेटरहेड

सपा विधायक इरफान के वकील नरेश चंद्र त्रिपाठी का कहना है कि विधायक ने ऐसा कोई पत्र लेटरहेड से जारी नहीं किया है। विधायक का लेटरहेड विधानसभा से जारी होता है, और उसमें नंबर पड़े होते हैं। डॉ. रिजवान के पास से जो लेटरहेड मिला है, वह बिना नंबर का है। इसमें किए गए हस्ताक्षर भी अलग हैं। फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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