दुर्गा प्रसाद शुक्ला और नौशाद अली की रिपोर्ट
बलरामपुर, मध्य प्रदेश के रीवा में हाईवे-30 सोहागी पहाड़ पर भीषण बस हादसे में 15 लोगों की जान चली गई। इसमें बलरामपुर जिले के 10 लोग शामिल थे। रविवार को 10 में से सात लोगों का शव उनके घरों पर पहुंचा, तो कोहराम मच गया। उतरौला शहर के मुहल्लों समेत मृतकों के गांवों में चीख-पुकार मच गई। गमगीन माहौल में कोई मृतकों के परिवारजन को ढांढ़स बंधाने में जुटा रहा, तो कोई मासूमों के सिर पर हाथ रखकर उनके आंसू पोछता रहा।
रीवा में हुए बस हादसे में उतरौला के सुभाषनगर निवासी राजू अंसारी, गांधीनगर निवासी मोहम्मद कलीम उर्फ लल्लू, जोकहिया के करन अली, रेड़वलिया जीजाखोर निवासी दीनानाथ मौर्य, उसका साला रामकरन मौर्य, भतीजा अजय कुमार, महिली मरदान गांव निवासी शम्सुद्दीन, कांदभारी के जावेद, बेनी का पुरवा निवासी अर्जुन वर्मा व कटइया महेरा निवासी जुल्फिकार की मौत हो गई थी। हैदराबाद में कमाई करके ये सभी बलरामपुर लौट रहे थे। शम्सुद्दीन, रामकरन व अजय कुमार के शव अभी नहीं पहुंचे हैं। शेष सभी का शव रविवार सुबह उनके आवास पर पहुंच गया। सभी का अंतिम संस्कार कर दिया गया है।
शहर में मच गया कोहराम
मृतकों में शामिल उतरौला के सुभाषनगर निवासी राजू अंसारी व बस चालक गांधीनगर निवासी मोहम्मद कलीम उर्फ लल्लू का शव रविवार सुबह उतरौला पहुंचते ही परिवार में कोहराम मच गया। दोनों के घर रिश्तेदारों व करीबियों की भीड़ जुटी थी। पीड़ित परिवार को लोग ढांढ़स बंधाने में जुटे रहे। अलग-अलग समय पर दोनों के शवों का अंतिम संस्कार किया गया। इस हृदयविदारक घटना से उतरौला शहर में मातम का माहौल है।
रेड़वलिया जीजाखोर गांव निवासी दीनानाथ मौर्य के साथ उसका साला रामकरन मौर्य व भतीजा अजय कुमार भी बस से लौट रहे थे। दुर्घटना में तीनों की मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। दीनानाथ के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। रामकरन व अजय के शव के इंतजार में परिवार पल-पल खून के आंसू रो रहा है।
अपर जिलाधिकारी राम अभिलाष का कहना है कि 10 में से सात लोगों के शव पहुंच चुके हैं। अन्य तीनों के शव भी रविवार देर रात तक पहुंचने की संभावना है।
Author: samachar
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