राकेश तिवारी की रिपोर्ट
देवरिया। अक्टूबर माह में दशहरा के बाद से नदियों में जहां धीरे-धीरे रेत होना चाहिए वहां सरयू का विकराल रूप आश्चर्यचकित करने वाला है और इस तरह सरयू में उफान अब तक के इतिहास में शायद पहली बार देखने को मिल रहा है। सरयू नदी का पानी भागलपुर चौराहा के सड़क पर दक्षिण तक पहुंच गया है।
सबसे खराब स्थिति भागलपुर ब्लाक क्षेत्र के बकुची, बरेजी,ज्ञान छपरा , डेवढ़ी, अड़िला, गहिला, अकुबा आदि गाँवो की है।है। यह गांव चारों तरफ से बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। पैना से कटियारी सतरांव, बरठा बरेजी, अडिला अकुवा गहिला सतराव मार्ग पानी से डूब गया है।
इसके अलावा नरियाव, बगहां, गोंडवली, पिपरा दवन, बगहीं, मईल, आदि गावों में बाढ़ का पानी दबाव बना रहा है। मईल गांव में भी पानी घुस गया है। गांव में ग्रामीण अपनी मवेशियों के साथ सुरक्षित ठिकानों पर शरण ले रहे हैं। सरयू की बाढ़ का पानी धरहरा • चुरिया तटबंध पर दबाव बनाए हुए है। तहसील और पुलिस प्रशासन बाढ़ की स्थिति पर भाग-दौड़ कर नजर रखे हुए है। पल की सूचना जिले के कंट्रोल रूम को दिया जा रहा है। एल आई यू की टीम भी अपनी नजर डाले हुए है।
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वर्ष 1998 के प्रलयंकारी बाढ़ की विभीषिका की तरह इतिहास में पहली बार अक्टूबर माह में विकराल सरयू नई इबारत लिखने के लिए बेताब नजर आ रही है।
आपको बता दें कि ग्राम बढौना हरदो जिला देवरिया में किसानों की काफी फसलें नुकसान हुई है। धान अरहर मूंगफली इत्यादि की फसलें बाढ़ में पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है। झोपड़ी में रह रहे गरीबों को बाढ़ ने बेघर कर दिया है। बहुत से गरीब परिवार की झोपड़ी बाढ़ में गिर चुकी है। वह परिवार दूसरे के छत पर अभी रह रहे हैं।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."